AIPWA ने निकाला राज्यव्यापी आहवान पर प्रतिवाद मार्च

 

फुलवारी शरीफ की दो नाबालिग बच्चियों के बलात्कारी-हत्यारों को गिरफ्तार किया जाए-साधना शर्मा

शहरी महिलाओं के लिए रोजगार योजना लागू किया जाए-रानी सिंह

दरभंगा (ब्यूरो रिपोर्ट) :__ अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एशोसिएशन(ऐपवा) के राज्यव्यापी आहवान एक दिवसीय प्रतिवाद दिवस के रूप मे जिला समाहरणालय पर प्रदर्शन किया। पोलो मैदान से प्रदर्शन निकलकर दरभंगा क्लब, लहेरियासराय टावर होते हुए समाहरणालय के मुख्यद्वार पर पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री को सम्बोधित मांग पत्र जिलाधिकारी के कार्यालय में सौंपकर ऐपवा के जिला सचिव शनिचरी देवी की अध्यक्षता में सभा को सम्बोधित करते हुए ऐपवा के जिलाध्यक्ष साधना शर्मा ने कहा कि विकसित भारत के झुनझुना के बीच आज महिलाओं को रसोई गैस तक खरीदना मुश्किल है। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार नहीं मिल रहा है। महिलाओं पर अत्याचार-बलात्कार जारी है और कई ऐसे अपराधी ऊंचे पदों पर आज भी आसीन हैं। ऐपवा इसके खिलाफ गांव-गांव में अभियान चलाकर केंद्र सरकार की भंडाफोड़ करेगा।

वहीं सभा को सम्बोधित करते हुए ऐपवा नेत्री रानी शर्मा ने कहा कि समाज की आधी आबादी को आज भी गुलाम और कमजोर समझ कर उसके सम्मान और बराबरी के अधिकार को दबाने की कोशिश केन्द्र सरकार कर रही है। यह सपना साकार नही होगा। ऐपवा ने चौदह सूत्री मांग में शामिल महिला आरक्षण कानून को (पिछड़ी, दलित- आदिवासी और अल्पसंख्यक महिलाओं के लिए विशेष आरक्षण के साथ) 2024 के चुनाव में लागू किया जाए, महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़क भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को तत्काल गिरफ्तार किया जाए, बीएचयू की छात्रा के बलात्कारी भाजपा आईटी सेल के कुणाल पांडे समेत सभी बलात्कारियों को सजा की गारंटी की जाए, फुलवारी शरीफ की दो नाबालिग बच्चियों के बलात्कारी-हत्यारों को गिरफ्तार किया जाए, रसोई गैस की कीमत ₹500 फिक्स हो, परास्नातक (पीजी)तक लड़कियों की शिक्षा मुफ्त किया जाए, वृद्धा,विधवा, विकलांग पेंशन न्यूनतम ₹3000 दिया जाए, सभी पंचायतों में स्वास्थ्य केंद्र बने और स्वास्थ्य सुविधाओं का निजीकरण बंद हो, मनरेगा में 200 दिन काम ₹600 मजदूरी की गारंटी हो, शहरी महिलाओं के लिए रोजगार योजना लागू किया जाए, स्वयं सहायता समूह की सभी महिलाओं को रोजगार की गारंटी हो, रसोईया, आशा समेत सभी स्कीम वर्कर्स को न्यूनतम ₹10000 मानदेय दिया जाए, महाजनी प्रथा पर रोक लगे, माइक्रोफाइनेंस संस्थानों को नियंत्रित किया जाए, दहेज प्रथा और महिलाओं पर हिंसा पर रोकने की मुकम्मल व्यवस्था हो। आदि मांग शामिल था। सभा को अन्य लोगो के अलावा ओणम सिंह, वसन्ती देवी, इंसाफ मंच के नेता पप्पू खां आदि ने सम्बोधित किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *