



बोली महापौर – सरकार स्तर से एमओयू अर्थात मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग के दो साल बाद भी शहरी आजीविका मिशन के समूह से संबद्ध महिलाओं को रोजगार दिलाने की गति को और तेज करने की दरकार
विभागीय निर्देश पर वार्डवार चल रहे जन संवाद शिविर के सवालों पर महापौर ने जीविका समूह के अधिकारी गण के साथ की बैठक
बेतिया:_ महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि सरकार स्तर जारी निर्देश पर शहरी आजीविका मिशन से संबद्ध महिलाओं को स्वावलंबी बनाने तथा रोजगार मुहैया कराने की जिम्मेदारी जीविका परियोजना को सौंपी गई है। इसको लेकर अक्टूबर 2023 में ही नगर विकास विभाग और जीविका परियोजना निदेशक के बीच एमओयू अर्थात मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर हुए थे। उसके डेढ़ साल से ज्यादा बाद भी हमारे नगर निगम विंग -शहरी आजीविका मिशन के समूह से संबद्ध महिलाओं को सशक्त गाइडलाइन नहीं मिलने के कारण महिलाओं की स्वावलंबी बनाने की स्थिति में सुधार में परेशानी आ रही है। इसको लेकर महापौर के निर्देश पर एनयूएलएम के मिशन मैनेजर की पहल पर जीविका समूह के जिला परियोजना प्रबंधक आर के निखिल और अन्य के साथ बैठक में महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि विभागीय निर्देश पर वार्डवार जन संवाद शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में आने वाली हमारे एनयूएलएम एवं स्वयं सहायता समूह की दर्जनों महिलाओं के द्वारा रोजगार मांगने के सवालों का हमारे पास सही जवाब नहीं होने से ऐसी बैठक बुलानी पड़ी है। महापौर गरिमा देवी सिकारिया द्वारा जीविका के डीपीएम आरके निखिल और अन्य अधिकारीगण से विलंब का कारण और हाल पर चर्चा की। बैठक में डीपीएम जीविका श्री निखिल ने बताया कि बीते अक्तूबर 2024 में ही एनयूएलएम का नाम दीनदयाल जन आजीविका मिशन कर दिया गया है। लेकिन अभी तक उसकी नियमावली अधिसूचित नहीं किया गया है। इसके कारण रोजगार मुहैया कराने का काम गति नहीं पकड़ पा रहा है। जिला प्रबंधक ने बताया कि समूह से जुड़ी महिलाओं की सुविधा और अनुदान राशि में बढ़ोतरी तय की गई है। अधिसूचना जारी होने के साथ स्वरोजगार मुहैया कराने का काम तेज कर दिया जाएगा। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि स्थानीय स्तर पर सिलाई कड़ाई या अन्य कार्य उपलब्ध कराने की कारगर पहल निगम के द्वारा एनयूएलएम के लिये लगातार की जाएगी। बैठक में सिटी मिशन मैनेजर मनीष कुमार, जीविका के नोडल अधिकारी प्रियदर्शी नारायण व आफताब आलम शामिल रहे।

