



साफ सफाई के लिए तैनात आधे दर्जन सफाई कर्मियों के वेतन भुगतान पर लगाई रोक
स्वच्छ भारत मिशन के निरीक्षक और घारी प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगने का दिया आदेश
बेतिया। अंतराज्यीय स्तर के मॉडल लुक में नगर निगम के बस स्टैंड का डीपीआर बनाने वाली एजेंसी इस्कॉन इंजीनियर्स की एक्जीक्यूटिव टीम के साथ सोमवार को बस स्टैंड में दल बल सहित पहुंचीं महापौर जगह जगह कचरे की ढेर देख बिफ़र पड़ीं। साथ रहे नगर आयुक्त विनोद कुमार सिंह से महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने पूछा कि आप महसूस कर रहे हैं कि कचरे के ढेर से बदबू भी आ रही है। मतलब यह कि जगह जगह पर जमा कचरा एक दिन का नहीं है। महापौर ने बस स्टैंड परिसर की विशेष साफ सफाई के लिए तैनात आधे दर्जन सफाई कर्मियों यथा रतन राउत, ललन राम, राजकुमार, पप्पू राउत, अनिल कुमार एक और अनिल कुमार दो के वेतन भुगतान पर महापौर ने जांच कार्रवाई निर्धारित होने तक रोक लगाने का आदेश नगर आयुक्त श्री सिंह को दिया। इस क्रम में उन्होंने बताया कि जांच में पाया गया है कि राजकुमार नाम के सफाई कर्मी पूरे अप्रैल महीने के बाद जारी मई महीने में भी अब तक भी गैरहाजिर होने के बावजूद अब तक उक्त सफाई कर्मी को निरीक्षक मोहम्मद तबरेज द्वारा स्वच्छता ऐप डी एक्टिवेट नहीं किया जाना साफ सफाई में जालसाजी उजागर करने वाला है। महापौर ने बताया कि चुकी प्रतिनियुक्त सफाईकर्मी घारी के रिजर्व सफाई कर्मी हैं और ऐप पर ऑनलाइन हाजिरी लगाने में भी धांधली पकड़ी गई है। इसको लेकर घारी इंचार्ज मोहम्मद तबरेज और स्वच्छ भारत मिशन के नोडल अधिकारी अर्पित कुमार और मोहम्मद अशफाक से भी स्पष्टीकरण पूछने के बाद विधि सम्मत कार्रवाई करने का निर्देश जांच के समय साथ रहे नगर आयुक्त विनोद कुमार सिंह को दिया। इसके साथ ही महापौर श्रीमती सिकारिया और नगर आयुक्त विनोद कुमार सिंह ने इस्कॉन इंजीनियर्स के एमडी कुमार सुधांशु सिंहा, कोऑर्डिनेटर एंड डेलीगेट हेड उदय कुमार,

आर्किटेक्चर सुकृत सिंहा,
एसोसिएट इंजीनियर आलोक
मिस्त्री,प्रिंसिपल आर्टिटेक्ट, प्रतिमा सक्सेना, सिविल इंजीनियर प्रीतम कुमार, जूनियर आर्टिटेक्ट नाजिम आलम, जूनियर इंजीनियर रंजन पटेल, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर नागेंद्र गुप्ता, सुपरवाइजर अर्शद अली और मो. सरफराज के अंतरराज्यीय बस अड्डा के मॉडल लुक में बस स्टैंड का डीपीआर बनाने के विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा कर निर्देश दिया।

