वफ्फ संशोधन विधेयक रद्द करने को लेकर भाकपा(माले) – इंसाफ मंच का राज्यव्यापी धरना।

 

वफ्फ संशोधन विधेयक संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ है अभिलंब इसे वापस ले सरकार है : भाकपा(माले)

 

अल्पसंख्य की हिमायत करने वाले नीतिश भी वफ्फ कानून के समर्थन में, इसे आने वाले समय में सबक सिखाने की जरूरत : इंसाफ मंच

दरभंगा :_वफ्फ संशोधन कानून के खिलाफ आज भाकपा(माले) – इंसाफ मंच के राज्य व्यापी आवाहन पर आज पोलो मैदान स्थित धरना स्थल पर धरना का आयोजन किया गया। धरना सभा की अध्यक्षता इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद ने किया। धरना सभा की शुरुआत पहलगांव में हुए आतंकी हमला में मृतक को श्रद्धांजलि देने के साथ शुरू हुई।

इस अवसर पर धरना को संबोधित करने वालों में भाकपा(माले) जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार, नंदलाल ठाकुर, विनोद सिंह, पप्पू पासवान, रानी सिंह, जिला पार्षद सदस्य सुमित्रा देवी, इंसाफ मंच के जिला सचिव पप्पू खान, संविधान बचाओ – लोकतंत्र बचाओ अभियान के संयोजक नफीसुल हक रिंकू, इमारतें शरिया दरभंगा के काजी अरशद रहमानी, अंजुमन कारवां ए मिल्लत के रियाज खान कादरी, राजद महानगर अध्यक्ष गंगा मंडल राजद युवा नेता भोलू यादव, कांग्रेस युवा नेता मोहम्मद जमाल हसन, मोहम्मद शहजादे, पार्षद मोहम्मद सरफराज, वार्ड पार्षद सुभाष कुमार सौरभ, शिवन यादव, कामेश्वर पासवान, देवेंद्र कुमार, मोहम्मद मुर्तुजा, प्रिंस राज, आस मोहम्मद, रमन मंडल, रतन मंडल, परमेश्वर पासवान, हरिश्चंद्र पासवान, मोहम्मद जमालुद्दीन सहित कई लोगों ने संबोधित किया।

 

इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने कहा कि वफ्फ का सवाल सिर्फ मुसलमानों का सवाल नहीं है बल्कि इस कानून के लागू होने से गैर मुसलमानों को भी काफी परेशानी होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार का जो भी फैसला हो रहा है वह देश के लिए साम्प्रदायिक और विभाजनकारी है।

श्री यादव ने कहा कि आज पूरा देश पूछ रहा है कि पहलगांव में जो आतंकी हमला हुआ है उसका क्या हुआ लेकिन सरकार के पास कोई जवाब नहीं है।

श्री यादव ने कहा कि वफ्फ कानून के खिलाफ भाकपा(माले) मजबूती से लड़ाई लड़ रही है और जब तक यह कानून वापस नहीं होगा तब तक संघर्ष को जारी रखने का आवाहन किया।

 

वही इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक नेयाज अहमद ने कहा कि मोदी सरकार संविधान और लोकतंत्र पर हमला कर रही है। उन्होंने कहा कि इस बात को समझना होगा कि वफ्फ सिर्फ मुसलमानों का सवाल नहीं है।अलग अलग भाषा अलग अलग धर्म में बटकर नहीं देखना होगा। उन्होंने कहा कि आज वफ्फ की जमीन पर हमला हो रहा है लेकिन आने वाले समय में दलित – गरीबों की जमीन भी छीनी जाएगी। अन्य समुदाय की जमीन भी छीनी जाएगी। इस लिए अभी सभी लोगों को एकजुट होकर आवाज को बुलंद करना होगा।

 

वही अन्य वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार के साथ – साथ बिहार के अंदर अल्पसंख्यकों की हिमायती करने वाला नीतिश कुमार की सरकार भी वफ्फ कानून के समर्थन में खड़ा है। जो कि बहुत ही शर्म की बात है। आने वाले बिहार विधान सभा चुनाव में नीतिश कुमार को सबक सिखाने का काम किया जाएगा।

 

प्रिंस राज : भाकपा(माले) जिला कार्यालय।

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