




बेतिया :_ नीतीश कुमार अब मुख्यमंत्री की जिम्मेदारियों के निर्वहन में सक्षम नहीं है।उनके सहयोगी बिहार की जनता को अंधेरे में रखना चाहते हैं। बिहार के लोगों को मुख्यमंत्री की स्थिति पर स्पष्टता चाहिए ।
उक्त बातें भाकपा (माले) नेता सुनील कुमार राव ने बिहार दिवस के अवसर पर प्रदेश की संघर्षशील जनता को बधाई दी और न्यायपूर्ण, समतामूलक नए बिहार के निर्माण के संकल्प को पूरा करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि बिहार दिवस 2025 से ठीक एक दिन पहले, एक सार्वजनिक समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के असामान्य व्यवहार का राष्ट्रगान के दौरान एक वीडियो वायरल हुआ है। मुख्यमंत्री को यह भान भी नहीं था कि क्या हो रहा है! हाल के दिनों में मुख्यमंत्री के सार्वजनिक व्यवहार और बयानों से यह स्पष्ट हो रहा है कि वे अब अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने की स्थिति में नहीं हैं। बिहार के लोगों को मुख्यमंत्री की वास्तविक स्थिति के बारे में स्पष्ट जानकारी चाहिए। मौजूदा परिस्थितियां मुख्यमंत्री और बिहार की जनता, दोनों के लिए अनुचित हैं।

उन्होंने कहा आज भाजपा उनका बचाव कर इसे अनावश्यक राजनीति कह रही है जबकि ओडिशा में भाजपा ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की कथित गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को बड़ा मुद्दा बनाया था। एक चुनावी भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नवीन पटनायक की अनिश्चित स्वास्थ्य स्थिति को लेकर किसी राजनीतिक साजिश का संकेत दिया था। माले नेता ने कहा कभी नीतीश कुमार सुशासन और बेहतर कानून व्यवस्था का श्रेय लेते थे, लेकिन आज अपराध, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता बेलगाम हो चुके हैं। एनडीए के पास सरकार चलाने के लिए बहुमत है, लेकिन यह स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री अब नियंत्रण में नहीं हैं और उनके सहयोगी जनता को अंधेरे में रखना चाहते हैं।
सरकार के नाम पर एक अपारदर्शी नौकरशाही व्यवस्था चल रही है, जो बिहार को लगातार अनिश्चितता की ओर धकेल रही है। बिहार दिवस 2025 के अवसर पर बिहार की जनता को यह जानने का अधिकार है कि राज्य की बागडोर वास्तव में किसके हाथ में है और सरकार की स्थिति क्या है?

