कुलपति ने भौतिकी विभाग के नवनिर्मित सभागार का किया उद्घाटन

 

कुलपति की अध्यक्षता में बैठक हुई संपन्न । छात्र- संघ चुनाव, मूक लैब के निर्माण और नैक- प्रत्यायन , यूजी कॉनवोकेशन जैसे मुद्दों पर लिए गए अहम फैसले।

 

सभी नियमित और दैनिक व आउटसोर्स कर्मियों को वेतन भुगतान के दिए आदेश।

 

महाविद्यालयों में बीबीए और बीसीए व अन्य वोकेशनल कोर्स शुरु करने की पहल हुई तेज़।

दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी ने स्नातकोत्तर भौतिकी विभाग में नव- निर्मित सभागार का उद्घाटन किया। इसी नव- निर्मित सभागार में कुलपति की अध्यक्षता में बुधवार को प्रधानाचार्यों की बैठक आहूत की गई। विश्वविद्यालय अंतर्गत सभी चार जिलों के

अंगीभूत महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों/ प्रभारी – प्राचार्य और विश्वविद्यालय पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक में कुलपति के आदेश कई मुद्दों पर विचार रखे गए। कुलपति ने विगत बैठकों में लिए गए निर्णयों पर कार्यान्वयन की प्रगति की सुनवाई की। कुलपति ने कड़ा रुख अपनाते हुए प्रधानाचार्यों को छात्र संघ चुनाव संबंधित तैयारियों की जानकारी पंद्रह दिनों के भीतर संपादित करने के सख़्त निर्देश दिए। उन्होंने साफ- साफ कहा कि सभी प्रधानाचार्य अपने स्तर से सुनिश्चित करें कि वोटर लिस्ट तैयार करने के साथ ही चुनाव संबंधित अन्य सभी महत्वपूर्ण तैयारी करके विश्वविद्यालय को सूचित करें। कुलपति ने मई तक चुनाव संपन्न कराने पर ज़ोर देते हुए कहा कि छात्र- संघ चुनाव मेरी प्राथमिकता की लिस्ट में है, अतएव सभी प्रधानाचार्यों को वर्तमान में नामांकित विद्यार्थियों की वोटर लिस्ट तैयार करके प्रोक्टर कार्यालय को प्रेषित करने के सख़्त निर्देश दिए। ध्यताव्य हो कि विश्वविद्यालय द्वारा सहयोगी रवैया अख्तियार करते हुए चुनाव संबंधित दिशा- निर्देश सभी कॉलेजों को भेजे जायेंगे, ताकि छात्र- संघ चुनाव निष्पक्ष एवं सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न किया जा सके। इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए कुलपति ने सभी महाविद्यालयों को नैक की अद्यतन ब्यौरा सीसीडीसी कार्यालय को सात दिनों के भीतर सुनिश्चित रूप से प्रेषित करने के निर्देश दिए।

मेरु अंतर्गत शोध विश्वविद्यालय का दर्ज़ा प्राप्त होने और उच्च शिक्षण में गुणवत्तापूर्ण अनुसंधानपरक शिक्षण प्रणाली को लागू करने की दिशा में कुलपति ने कॉलेजों को मूक लैब के निर्माण , प्रयोगशालाओं के आधुनिकीकरण तथा

पुस्तकालयों में ई- लर्निंग सामग्री के संवर्धन पर कार्य करने की पहल की। नैक प्रत्यायन के मद्देनज़र सोलर पैनल, अग्निशमन यंत्र और बिजली के छड़ों को सम्यक राशि के खर्च पर लगाने की मुहिम को तेज़ करेंगे।

महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों से सीधा संवाद स्थापित करते हुए कुलपति ने यूजी- कॉनवोकेशन की चर्चा की और इस कड़ी में अलुमनी एसोशिएशन के सहयोग द्वारा वाइस- चांसेलर मेडल के प्रस्ताव को रखा। आगामी होली के त्यौहार को ध्यान में रखते हुए कुलपति ने सभी कॉलेजों में कार्यरत नियमित शिक्षकों व कर्मियों के साथ- साथ और अतिथि शिक्षकों व दैनिक एवं आउटसोर्स कर्मियों को वेतन भुगतान करने का सख़्त आदेश दिया। अपने कुशल नेतृत्व में कुलपति ने महाविद्यालयों की समस्याओं को धैर्यतापूर्वक सुनते हुए विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग द्वारा सभी महाविद्यालयों को यूनिट कॉस्ट के हिसाब से अग्रिम राशि देने की राहत प्रधानाचार्यों को दी। वहीं किसी भी कॉलेज को बैंक

आईडी परिवर्तन की सूचना कुलसचिव कार्यालय को भेजने की अनिवार्यता रखी। छात्र हित में फैसला लेते हुए अनुसूचित जाति/ जनजाति और महिला विद्यार्थियों से किसी भी प्रकार की शुल्क लेने संबंधित समस्या को संजीदगी से लेते हुए, कुलपति ने इस बाबत शिकायत मिलने पर त्वरित अनुशासनात्मक कार्यवाई की बात कड़े शब्दों में की। स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम चलाने वाले महाविद्यालयों के प्रचार्यों को वर्ग- तालिका की प्रति मुख्यालय भेजना आवश्यक है। इसके साथ ही जिन कॉलेजों में आगामी शैक्षणिक सत्र में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरु करने के क्रम में सीटों का निर्धारण राज भवन के अनुमोदन के बाद किया जाएगा, जिसकी सूचना जल्द ही कुलसचिव कार्यालय द्वारा प्रेषित की जाएगी। महाविद्यालयों के कैश बुक , डीसीआर के अद्यतन स्टेट्स और कॉलेजों में होने वाले ऑडिट एवं वेबसाइट स्टेट्स संबंधित जानकारी त्वरित गति से विश्वविद्यालय मुख्यालय को प्रेषित करने के भी आदेश दिए गए। लगभग तीन घंटे चली इस बैठक में विश्वविद्यालय कुलसचिव डॉ अजय कुमार पंडित, वित्तीय परामर्शी इंद्र कुमार, परीक्षा- नियंत्रक डॉ विनोद कुमार ओझा, सीसीडीसी डॉ गजेंद्र प्रसाद और अध्यक्ष, छात्र- कल्याण प्रो अशोक कुमार मेहता ने अपने- अपने अनुभाग संबंधित समस्याओं व कार्यों का समीक्षात्मक ब्यौरा सभा पटल के समक्ष रखा। बैठक की औपचारिक समापन की घोषणा प्रो अशोक कुमार मेहता ने कुलपति के आदेश से किया। इस बैठक में विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी एवं चारों जिला अंतर्गत प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।

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