दरभंगा:_एल & टी कंपनी के चेयरमैन एस एन सुब्रमण्यम के मजदूर एवं श्रमिक विरोधी बयान जिसमें उनके द्वारा मजदूरों को सप्ताह में 90 घंटा यानी प्रतिदिन 15 घंटा काम करना होगा , के बयान के खिलाफ केंद्रीय श्रमिक संगठन सीटू ने दरभंगा जिला में प्रतिरोध मार्च निकालकर बयान की तीव्र निंदा की एवं केंद्रीय सरकार से उनके ऊपर कारवाई करने की मांग की । इस अवसर पर लहेरियासराय स्थित धरना स्थल से केन्द्रीय श्रमिक संगठन सीटू से संबद्ध श्रमिक संगठनों ने प्रतिरोध मार्च निकाला जो समाहरणालय होकर टावर चौक होते हुए पुनः समाहरणालय के प्रवेश द्वार पर आकर सभा में तब्दील हो गया । प्रतिरोध मार्च को कर्मचारी नेता फूल कुमार झा, सीटू के बिहार राज्य कमेटी सदस्य दिनेश झा एवं सत्य प्रकाश चौधरी नेतृत्व कर रहे थे । इस अवसर पर कर्मचारी नेता फूल कुमार झा ने बयान की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि देश के मजदूरों एवं श्रमिकों को 18वीं सदी की ओर वापस धकेलने का प्रयास है, उन्होंने कहा कि मई 1886 में अमेरिका के शिकागो शहर में मजदूरों ने अपनी कुर्बानी देकर काम का घंटा 8 घंटा निर्धारित करवाने में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता हासिल की थी और सोवियत संघ में मजदूरों के नेतृत्व में हुए सफल क्रांति के बाद पूरी दुनिया में काम का घंटा 8 घंटा तय हुआ ।केंद्रीय श्रमिक संगठन सी आई टी यू के बिहार राज्य कमेटी सदस्य सत्य प्रकाश चौधरी ने कहा कि एल&टी कंपनी के अध्यक्ष के बयान उनके मजदूर विरोधी मानसिकता को दर्शाता है जो अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने इसकी निंदा करते हुए कहा कि भारत में काम के घंटे श्रम कानून द्वारा निर्धारित किए गए हैं जिसमें कारखाना अधिनियम 1948 एवं शॉप एंड एस्टेब्लिशमेंट एक्ट द्वारा काम के 8 घंटे प्रतिदिन एवं एक हफ्ते में अधिकतम 48 घंटे के काम को सुनिश्चित किया गया है , परंतु दुर्भाग्यबश देश के कॉर्पोरेटवर्ग एवं उद्योगपतियों के द्वारा श्रमकानूनों की धज्जियां उड़ाई जा रही है और केंद्रीय सरकार के द्वारा कॉर्पोरेट परस्त कानून बनाकर उन्हें ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए और श्रमिकों का शोषण करने के लिए खुली छूट के साथ ही आम जनता के गाढ़ी कमाई का टैक्स में छूट दी जा रही है। श्रमिकों के उनके मूलभूत अधिकारों से वंचित किया जा रहा है । उसी कड़ी में श्रम कानून में बदलाव के नाम पर नए चार लेबर कोड लाकर श्रमिकों एवं कामगारों को गुलाम बनाने की साजिश रची जा रही है। ठेका संविदा एवं आउटसोर्सिंग के तहत बहाली कर नियमित प्रकृति के काम को खत्म कर ठेकेदारों को दिया जा रहा है श्रमिकों को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित रखने की कोशिश की जा रही है इसी संदर्भ में यह बयान एस एन सुब्रमण्यम के द्वारा दिया गया है जिसे सभी श्रमिक संगठनों के द्वारा तीव्र भर्तसना की जा रही है।
इस अवसर पर सीटू जिला कमेटी की ओर से अजीत पासवान, गौतम कुमार, गौरव कुमार प्रिंस कुमार ,नितीश कुमार सिन्हा ,गोपाल ठाकुर, तारा कांत पाठक, फणीश्वर सिंह , सीताराम पासवान ,तबस्सुम ,राधा देवी ने प्रतिरोध मार्च को संबोधित करते हुए बयान की कड़ी शब्दों में निंदा की और केंद्रीय सरकार से कार्रवाई की मांग किया ।