नजरे आलम के आंदोलन की धमकी पर ही अल्पसंख्यक मंत्री मानी एक मांग, चार मांगों पर मंत्रीने दिया आश्वासन

5 मांगों में एक मांग आन्दोलन से पहले हुई पूरी, 4 मांगो पर मंत्री ने जल्द पूरा करने का दिया आश्वासन: नजरे आलम

 

अब अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय असराहा का नाम “कनीज फातमा” के नाम से होगा: बेदारी कारवाँ

दरभंगा(विशेष संवदादता MHK ):_पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आज ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवाँ के दरभंगा जिला अध्यक्ष अशरफ अहमद की अध्यक्षता में अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय असराहा में बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान और वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष इरशादुल्लह का विरोध और घेराव करने बेदारी कारवाँ के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ असराहा पहुंचे। विद्यालय के मेनगेट पर ही बेदारी कारवाँ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम के साथ केवटी थाना प्रभारी और सदर-2 डीएसपी ज्योति कुमारी के साथ घंटो वार्ता चली आन्दोलन नहीं करने को लेकर। इस पर ग्रामीणों और बेदारी कारवाँ के जिम्मेदारों ने साफ तौर कहा के जबतक हमारी पांच सुत्री मांगें पूरी नहीं होगी तबतक विरोध चलेगा। फिर प्रशासन ने मांग पत्र के साथ अल्पसंख्यक मंत्री जमा खान से वार्तालाप करवाया जिसमें मंत्री से मिलने के समय अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सचिव के दुर्व्यवहार पर बेदारी कारवाँ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम भड़क गए कहा के में मंत्री से मिल रहा हूं किसी और से नहीं। फिर मंत्री जमा खान के कहा के आपकी एक मांग जो अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का नाम वक्फ की जिसने जमीन दी है उसके नाम से करने को पूरा कर दिया गया है जिसके आदेश की काॅपी आपको अभी उपलब्ध करा दी जा रही है। बाकी 4 मांगो को भी देखता हूं। जल्द पुरा करने का प्रयास किया जायगा। वहीं मंत्री को मांग पत्र सौंपने के दौरान नजरे आलम ने मधुबनी जिला के बिस्फी प्रखंड के ओसौथू में रोके गए अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय के निर्माण कार्य को अविलंब चालू कराने के लिए भी आवेदन दिया। वहीं नजरे आलम ने साफ शब्दों में कहा के जबतक सभी मांगे पूरी नहीं होगी विरोध चलता रहेगा। विरोध करने पहुंचे जिला अध्यक्ष अशरफ अहमद के साथ बेदारी कारवाँ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम, महासचिव जमीर खान, असराहा पंचायत के जिम्मेदार तौकीर आलम, जकी अहमद दिल्लू, मोहम्मद अता, इजान अहमद, अजहर आलम ओसौथू के अलावह बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए। बचे हुए चार मांग निम्न प्रकार हैंः-

1- बाहरी छात्रों की जगह 70 प्रतिशत स्थानीय छात्रों का नामांकन लिया जाए।

2- विद्यालय में खाना बनाने से लेकर प्राचार्य तक अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को बहाल किया जाए।

3- विद्यालय में की जा रही धंध्ली और पदाध्किारी की मनमानी आगे से न हो इसके लिए स्थानीय लोगों की एक कमिटि बनाई जाए जिसके देख रेख में विद्यालय सुचारू रूप से चल सके।

4- वर्त्तमान भ्रष्ट जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी को अविलंब हटाकर अल्पसंख्यक समुदाय के किसी पदाधिकारी को दरभंगा की जिम्मेदारी सौंपी जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *