जिले के 301 पंचायतों में एक साथ करायी गयी हर घर नल का जल योजना के क्रियान्वयन की गुणवता की जांच।

 

बेतिया(ब्रजभूषण कुमार):_प्रधान सचिव, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, बिहार एवं जिला पदाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, बेतिया के निर्देशानुसार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिष्ठापित सभी जलापर्ति योजनाओं का सर्वेक्षण कराया जाना है। उक्त के अलोक में आज जिले के 301 पंचायतों में एक साथ हर घर नल का जल योजना के क्रियान्वयन की गुणवता की जांच करायी गयी। इस जांच टीम में जिला स्तरीय, अनुमंडल स्तरीय, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों को शामिल किया गया है।

जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में जांच टीम आवंटित प्रखंड अंतर्गत संबद्ध पंचायत क्षेत्रों में हर घर नल का जल योजना के तहत क्रियान्वित योजनाओं की जांच कर जांच प्रतिवेदन पेयजल एप पर अपलोड करेंगे।

जांच के क्रम में योजना की स्थिति, स्वीकृत योजन में कुल गृह संयोजन की संख्या, गृह संयोजन उपलब्ध कराये गये परिवारों की संख्या, परिवारों की संख्या जिन्हें अद्यतन जलापूर्ति दी जा रही है, प्रतिदिन कितनी बार जलापूर्ति की जा रही है, बोरिंग की स्थिति, पम्प/मोटर की स्थिति, स्टार्टर, तार एवं पैनल की स्थिति, विद्युत मोटर कार्यरत है या नहीं, आइओटी की स्थिति, पाइप लाइन एवं वाल्ब की स्थिति, पंप हाउस की स्थिति, स्टील स्ट्रक्चर या टावर की स्थिति, पीवीसी वाटर टैंक क

बेतिया। प्रधान सचिव, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, बिहार एवं जिला पदाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, बेतिया के निर्देशानुसार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिष्ठापित सभी जलापर्ति योजनाओं का सर्वेक्षण कराया जाना है। उक्त के अलोक में आज जिले के 301 पंचायतों में एक साथ हर घर नल का जल योजना के क्रियान्वयन की गुणवता की जांच करायी गयी। इस जांच टीम में जिला स्तरीय, अनुमंडल स्तरीय, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों को शामिल किया गया है।

 

जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में जांच टीम आवंटित प्रखंड अंतर्गत संबद्ध पंचायत क्षेत्रों में हर घर नल का जल योजना के तहत क्रियान्वित योजनाओं की जांच कर जांच प्रतिवेदन पेयजल एप पर अपलोड करेंगे।

 

जांच के क्रम में योजना की स्थिति, स्वीकृत योजना में कुल गृह संयोजन की संख्या, गृह संयोजन उपलब्ध कराये गये परिवारों की संख्या, परिवारों की संख्या जिन्हें अद्यतन जलापूर्ति दी जा रही है, प्रतिदिन कितनी बार जलापूर्ति की जा रही है, बोरिंग की स्थिति, पम्प/मोटर की स्थिति, स्टार्टर, तार एवं पैनल की स्थिति, विद्युत मोटर कार्यरत है या नहीं, आइओटी की स्थिति, पाइप लाइन एवं वाल्ब की स्थिति, पंप हाउस की स्थिति, स्टील स्ट्रक्चर या टावर की स्थिति, पीवीसी वाटर टैंक की स्थिति, योजना अंतर्गत क्लोरिनेटर क्लोरीन के साथ उपलब्ध है या नहीं, योजना के अंतर्गत वाटर ट्रीटमेंट प्लांट आदि की जांच अधिकारियों द्वारा की गयी।

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