



समारोह के तैयारी की समीक्षा के लिए बैठक आयोजित
दरभंगा (नंदू ठाकुर) :_ विधापति सेवा संस्थान के तत्वावधान में 13,14 एवं 15 नवंबर को आयोजित होने वाले तीन दिवसीय 52वें मिथिला विभूति पर्व समारोह की तैयारियों की समीक्षा के लिए रविवार को संस्थान के प्रधान कार्यालय परिसर में बैठक आयोजित हुई। समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डा बुचरू पासवान की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आयोजन से संबंधित विभिन्न समितियों के कार्य प्रगति की समीक्षा की गई।
जानकारी देते हुए संस्थान के महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने बताया कि सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संरक्षण एवं संवर्धन के लिए उपयुक्त माहौल तैयार करने के साथ ही मिथिला की गौरवशाली विरासत से नई पीढ़ी को रूबरू कराने के उद्देश्य से बैठक में अनेक रणनीति तैयार की गई। उन्होंने बताया कि समारोह में मिथिला पेंटिंग एवं मिथिला की धरोहर कलाकृतियों को प्रदर्शित करने वाली आकर्षक प्रदर्शनी के साथ साथ मिथिला के लजीज व्यंजनों का स्टाॅल भी लगाया जाएगा। जबकि इस ऐतिहासिक अवसर पर मिथिला के विभूतियों की कीर्ति के प्रदर्शन सहित विभिन्न दीर्घाओं का नामकरण उनके नाम पर किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि वरिष्ठ साहित्यकार डा महेंद्र नारायण राम के संपादन एवं प्रवीण कुमार झा के सह संपादन में संस्थान की मुख पत्रिका ‘अर्पण’ के मुद्रण का कार्य प्रगति पर है। जबकि कवि गोष्ठी प्रभारी लेखक रमेश के संयोजन में भव्य कवि सम्मेलन के आयोजन की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जा रहा है। साथ ही लेखक रमेश, डा महेंद्र नारायण राम एवं प्रवीण कुमार झा की तीन सदस्यीय समिति मैथिली पुत्र प्रदीप की कालजयी रचनाओं के संग्रह एवं वर्ष 1990 में संस्थान द्वारा प्रकाशित गजल संग्रह के परिवर्धित संस्करण के प्रकाशन कार्य में पूरी तत्परता से लगे हुए हैं। मणिकांत झा के संयोजन में राष्ट्रीय संगोष्ठी एक बार फिर ‘मिथिलाक गाम’ विषय पर केंद्रित होगा।
उन्होंने बताया कि यह समारोह पिछले साल की ही भांति शहर के एमएलएसएम कालेज परिसर में आयोजित होगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी के मुख्य संरक्षण में इस साल आयोजित हो रहे इस समारोह के लिए प्रदेश के महामहिम राज्यपाल राजेन्द्र अर्लेकर एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा, धर्मशीला गुप्ता, बिहार सरकार के काबीना मंत्री अशोक चौधरी, हरि सहनी, मदन सहनी, पूर्व मंत्री डा मदनमोहन झा, पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, गिरिराज सिंह आदि सहित मिथिला क्षेत्र के सभी वर्तमान एवं पूर्व सांसदों, विधायकों एवं विधान परिषद सदस्यों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। जबकि अनेक प्रवासी मैथिल इस अवसर पर अपनी उपस्थिति से समारोह की शोभा बढ़ायेंगे।
बैठक में सलाहकार समिति के अध्यक्ष सह सम्मान समिति के संयोजक पं कमलाकांत झा ने जानकारी दी कि मिथिला विभूति सम्मान के लिए विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले विशिष्ट लोगों के नामों की घोषणा जल्दी ही कर दी जाएगी। मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने इस भव्य आयोजन में नई पीढ़ी के कलाकारों एवं कवियों को अधिक अवसर प्रदान किए जाने का प्रस्ताव रखा। जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। विनोद कुमार झा ने शोभायात्रा की चल रही तैयारी के बारे में अवगत कराया। आशीष चौधरी ने कार्यक्रम से युवाओं को सीधे जोड़़ने के लिए उनके संयोजन में चल रही तैयारियों की बाबत जानकारी दी। स्वागत महासचिव प्रो जीवकांत मिश्र ने समारोह के ऐतिहासिक आयोजन के मद्देनजर चल रही तैयारी की विस्तृत जानकारी दी। जिस पर संतोष व्यक्त किया गया। बैठक में शोभायात्रा दीर्घा के सह संयोजक प्रो विजय कांत झा ने प्रस्ताव रखा कि छठ गीतों के उत्कृष्ट गायन से अपनी खास पहचान बनाने वाली मिथिला की बेटी शारदा सिन्हा के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए भी छठ घाट से प्रार्थना करने को छठ व्रतियों को प्रेरित किया जाय। इसे सर्वसम्मति से पारित किया गया।
बैठक में वैद्य गणपति झा, विनोद कुमार झा, डा गणेशकांत झा, प्रो चंद्रशेखर झा बूढ़ाभाई, दुर्गानंद झा, हरिकिशोर चौधरी, विनोदानंद झा, शिवशंकर झा, मणिभूषण राजू, आशीष चौधरी, पुरुषोत्तम वत्स आदि ने भी अपने महत्वपूर्ण विचार रखे।

