दरभंगा(नंदू ठाकुर) :_ उच्च शिक्षा विभाग, पटना की ओर से उच्च शिक्षा सलाहकार सह -समन्वयक जितेंद्र नायक और उप-सचिव डॉ. अर्चना कुमारी ने विश्वविद्यालय अधीनस्थ डॉ. अब्दुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम महिला प्रौद्योगिकी(डब्लू आईटी) संस्थान, नागेंद्र झा स्टेडियम स्थित खेल विभाग, संगीत विभाग, वाणिज्य विभाग, जंतु विज्ञान विभाग, एडवांस रिसर्च सेंटर व केंद्रीय पुस्तकालय का भौतिक दौरा किया। इस दौरान डब्ल्यूआईटी के छात्राओं से भी सीधा संवाद स्थापित करते हुए पठन- पाठन की बुनियादी समीक्षा की। केंद्रीय पुस्तकालय में मौजूद सुविधाओं के पुनरीक्षण के दौरान ब्रेल
लिपि, रीडिंग रूम, ई- मटेरियल, शोध- गंगा , जर्नल आदि सुविधाओं को देखकर सभी ने काफी प्रसन्नता व्यक्त की। विभागीय विकासात्मक संरचना के प्रति संतोष जाहिर करते हुए टीम सदस्यों ने कहा कि कोई भी संस्था सामूहिक विकास से ही आगे बढ़ता है। इसीलिए संस्था के नव-निर्माण में सभी का योगदान बहुमूल्य होता है। उन्होंने सामंजस्यपूर्ण कार्यशैली स्थापित करते हुए आगामी नैक में A++ परफार्मेंस के लिए विश्वविद्यालय अग्रसर हो, ऐसी कामना भी प्रेषित की। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में पूर्वोत्तर सहित उत्तर प्रदेश व दक्षिण प्रदेशों से पी-एच.डी. करने आ रहे हैं शोधार्थियों की अभिरुचि यहाँ की उच्च शिक्षण और शोध की गुणवत्ता को प्रदर्शित करता है। नई शिक्षा नीति 2020 और भारतीय ज्ञान परंपरा के परिप्रेक्ष्य में विश्वविद्यालय अध्ययन-अध्यापन के कार्यों का कार्यान्वयन करें, इसके लिए राजभवन तथा राज्य सरकार पूरी तरह गंभीर व प्रतिबद्ध है। उच्च शिक्षा विभाग के सदस्यों ने विश्वविद्यालय परिसर की साफ- सफ़ाई और हरित क्षेत्र की प्रशंसा करते हुए विश्वविद्यालय को प्रीमियर यूनिवर्सिटी के फ्रेम में रखा। ज्ञातव्य हो कि पीएम उषा के तहत मेरु ( मल्टी- एडुकेशन रिसर्च यूनिवर्सिटी) अंतर्गत परियोजना के भौतिक निरीक्षण हेतु विश्वविद्यालय में टीम का दौरा हुआ। इस महत्वपूर्ण दौरे में विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार ओझा, कुलानुशासक प्रो. अजय नाथ झा, वरिष्ठ प्रोफेसर हरे कृष्ण सिंह, विकास पदाधिकारी डॉ. विकाश कुमार और उप-कुलानुशासक डॉ. कामेश्वर पासवान एवं आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. ज्या हैदर उपस्थित थे।