उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय समधपुरा की शिक्षिका डॉ. शैलजा राष्ट्रीय कार्यशाला के लिए हुई चयनित।

 

ज्ञात हो कि डॉ. शैलजा, विश्वविद्यालय समाजशास्त्र विभाग के सेवानिवृत्त आचार्य प्रो. विद्यानाथ मिश्रा की सुपुत्री हैं।

 

डॉ. शैलजा, महारानी रामेश्वरी महिला महाविद्यालय, दरभंगा में बतौर अतिथि प्राध्यापक अंग्रेजी विभाग में भी दे चुकी हैं अपनी सेवा।

 

दरभंगा(रूपेश कुमार):- राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, नई दिल्ली द्वारा सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तक एवं अन्य अध्ययन सामग्री तैयार करने हेतु नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में मिथिला की बेटी डॉ. शैलजा का चयन किया गया है। दिनांक 21 अक्टूबर 2024 से लेकर दिनांक 10 नवंबर 2024 तक आयोजित होगी यह राष्ट्रीय कार्यशाला। राष्ट्रीय कार्यशाला में भाग लेने हेतु उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय, समधपुरा, बहेड़ी, दरभंगा की अंग्रेजी शिक्षिका डॉ. शैलजा के चयन के संबंध में राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद, बिहार को पत्र प्रेषित किया गया है। उक्त पत्र के आलोक में दरभंगा के जिला शिक्षा पदाधिकारी समर बहादुर सिंह ने डॉ. शैलजा को बधाई देते हुए इस राष्ट्रीय कार्यशाला में भाग लेने हेतु निर्धारित अवधि में प्रतिनियुक्त करते हुए विरमित किए जाने का निर्देश दिया है।

डॉ. शैलजा की इस अकादमिक उपलब्धि पर उनके पिता ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभाग के सेवानिवृत आचार्य प्रो. विद्यानाथ मिश्रा ने हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि अपनी बेटी की ऐसी उपलब्धियों से गौरवान्वित हूं। स्कूल के प्रधानाध्यापक राम नारायण सहित सभी शिक्षकों ने डॉ. शैलजा को इस अवसर पर बधाई दी है। विदित हो कि उक्त राष्ट्रीय कार्यशाला बिहार से केवल दो स्कूली शिक्षकों का ही चयन किया गया है।

ज्ञात हो कि डॉ. शैलजा, महारानी रामेश्वरी महिला महाविद्यालय, दरभंगा में बतौर अतिथि प्राध्यापक अंग्रेजी विभाग में भी दे चुकी हैं अपनी सेवा। विगत फरवरी 2024 में बीपीएससी टियर 2 में चयन होने के बाद वो महाविद्यालय अतिथि शिक्षक के पद से इस्तीफा दे बहेड़ी प्रखंड के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय समधपुरा में बतौर अंग्रेजी शिक्षिका सेवा दे रही हैं।

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