राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच) में विभिन्न प्रकार की जांच एवं इलाज की सुविधा सहजता से उपलब्ध

 

जीएमसीएच में अभी 14 विभाग कार्यरत, सभी विभाग के लिए अस्पताल में कुल 360 बेड उपलब्ध
-जनवरी 2023 से अगस्त 2024 तक 4.35 लाख लोगों का ओपीडी में हुआ इलाज
-इमरजेंसी में 1 लाख 46 हजार 56 लोगों को मिली चिकित्सा सुविधा का लाभ
-पूर्णिया और आसपास के जिले से भी इलाज के लिए आते हैं लोग एवं परिजन
-मरीज कि परिजनों के सहुलियत के लिए अस्पताल में जल्द कार्यरत करें धर्मशाला:_ जिलाधिकारी

पूर्णिया (ब्रजभूषण कुमार) :_जिला पदाधिकारी कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच) के अधीक्षक एवं चिकित्सा पदाधिकारी के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन जिलाधिकारी कार्यालय वेश्म में आहूत की गई। जिलाधिकारी महोदय द्वारा जीएमसीएच एवं अस्पताल में मरीज के लिए उपलब्ध विभिन्न अद्यतन सुविधाओं की विस्तृत समीक्षा किया गया। समीक्षा के क्रम में डॉ संजय कुमार अधीक्षक जीएमसीएच द्वारा बताया गया कि सीमांचल में विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने में राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच), पूर्णिया बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में आवश्यक मेडिकल जांच और ट्रीटमेंट की सुविधा मिल रही है। 14 सक्रिय विभागों के साथ कुल 360 बेड की उपलब्धता वाले इस नवनिर्मित अस्पताल में आसपास के जिले के साथ साथ बंगाल और नेपाल से भी मरीज इलाज के लिए आने लगे हैं जिन्हें अस्पताल में बेहतर चिकित्सकीय सहायता प्रदान किया जा रहा है। बैठक में जिला गोपनीय प्रभारी नीरज नारायण पांडेय एवं जिला जनसंपर्क पदाधिकारी दिलीप सरकार मौजूद थे।

जीएमसीएच में अभी 14 विभाग कार्यरत, सभी विभाग के लिए अस्पताल में कुल 360 बेड उपलब्ध 

जनवरी 2023 से पूर्णिया में कार्यरत जीएमसीएच में वर्तमान में 14 विभाग कार्यरत हैं। इन विभागों में उपलब्ध मरीजों के लिए कुल 360 बेड की सुविधा उपलब्ध हैं। इसमें 20 बेड का मैटरनिटी कक्ष, 42 बेड का पोस्ट ऑपरेटिव कक्ष, 35 बेड का महिला चिकित्सा कक्ष, 33 बेड का पुरूष चिकित्सा कक्ष, 60 बेड का पुरूष सर्जिकल कक्ष, 30 बेड का महिला सर्जिकल कक्ष, 30 बेड का शिशु चिकित्सा कक्ष, 14 बेड का बर्न कक्ष, 15 बेड का आईसीयू, 26 मशीनरी बेड का एसएनसीयू, 20 बेड का एनआरसी कक्ष, 10 बेड का केएमसी यूनिट, 15 बेड का थैलेसीमिया डे केयर सेंटर और 10 बेड का कैंसर कीमोथेरेपी डे केयर सेंटर उपलब्ध है। सभी विभागों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपस्थिति है जो मरीजों को समय पर समुचित देखभाल करते हैं।

जनवरी 2023 से अगस्त 2024 तक 4.35 लाख लोगों का ओपीडी में हुआ इलाज :

जीएमसीएच के अधीक्षक डॉ संजय कुमार ने आगे बताया कि जीएमसीएच में सभी सामान्य मरीजों की जांच और इलाज की सुविधा ओपीडी में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ उपलब्ध है। जनवरी 2023 से अगस्त 2024 के बीच 4 लाख 35 हजार 955 लोगों ने इसका लाभ उठाया है। जनवरी 2023 से अगस्त 2024 के बीच जीएमसीएच आईपीडी में 69 हजार 163 मरीजों का इलाज हुआ है। इससे जीएमसीएच पर मरीजों और उनके परिजनों का भरोसा बढ़ा है।

इमरजेंसी में 1 लाख 46 हजार 56 लोगों का हुआ इलाज :

डॉ कुमार ने बताया कि जीएमसीएच में इमरजेंसी वार्ड 24 घंटा कार्यरत रहता है। जहां गंभीर मरीजों को तत्काल जांच और इलाज की सुविधा मिलती है। जनवरी 2023 से अगस्त 2024 के बीच जीएमसीएच इमरजेंसी वार्ड में दिन में 1 लाख 12 हजार 404 मरीजों ने लाभ लिया जबकि रात में 33 हजार 652 मरीजों को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई गई है। इमरजेंसी वार्ड में जनवरी 2023 से अगस्त 2024 के बीच 485 स्नेक बाइट मरीज आये जिनका इमरजेंसी में उपचार किया गया।

पूर्णिया के साथ साथ आसपास के जिले से भी इलाज के लिए पहुँचते हैं लोग :

जीएमसीएच अधीक्षक डॉ संजय कुमार ने बताया कि मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पूर्णिया में कार्यरत होने से पूर्णिया जिला के साथ-साथ आसपास के जिलों से भी बहुत से मरीज अस्पताल पहुँचकर विभिन्न बीमारियों का इलाज करवाते हैं। इसमें बंगाल और नेपाल के लोग भी शामिल हैं। इससे लोगों का जीएमसीएच, पूर्णिया के प्रति विश्वास बढ़ रहा है।

मरीजों के साथ आने वाले परिजनों के सहुलियत के लिए अस्पताल में करें कार्यरत धर्मशाला ब्लौक : जिलाधिकारी

समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी कुंदन कुमार द्वारा अधीक्षक जीएमसीएच को निर्देशित किया गया कि मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर नजर वहां रोस्टर प्रणाली के तहत चिकित्सकों और कर्मियों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करें। ताकि मरीजों एवं उनके साथ आने वाले परिजनों को किसी प्रकार की असुविधा उत्पन्न नहीं हो। प्रतिनियुक्त चिकित्सक एवं कर्मियों कि रोस्टर प्रणाली के तहत प्रतिदिन उनकी उपस्थिति कि जांच करें और अनुपस्थित चिकित्सक एवं कर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही मरिजों को मिलने वाले लाभ की जानकारी अपडेट रखा जाए। मरीजों के साथ आने वाले उनके परिजनों की सुविधा के लिए अस्पताल कैम्पस में ही चिन्हित करते हुए धर्मशाला ब्लौक को शीघ्र क्रियाशील बनाने का निर्देश दिया गया। क्रियाशील धर्मशाला ब्लौक में पेयजल, शौचालय एवं लाइट की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी द्वारा अस्पताल एवं परिसर की साफ सफाई नियमित रूप से हो इसे सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्था को और दुरुस्त करने तथा मरीजों को बेहतर सेवा समय पर उपलब्ध करने का निर्देश अधीक्षक जीएमसीएच पूर्णिया को दिया गया है। अस्पताल में रेफर मरीजों को भी बेहतर मेडिकल सेवा उपलब्ध हो रही इसे और बेहतर करने का निर्देश दिया गया। समीक्षा के क्रम में अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्था संतोषजनक पाया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित तथा प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।

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