पूर्णिमा व अमावस्या को होगी शास्त्र चर्चा

पुनर्गठित होंगे विश्वविद्यालय के सभी मंच व समितियां

नामांकन बढ़ाने के लिए एनएसएस चलाएगा विशेष मुहिम

वीसी की अध्यक्षता में संस्कृत विवि में हुई आईक्यूएसी की बैठक 

 

 

दरभंगा (नंदू ठाकुर) :_संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 लक्ष्मी निवास पांडेय की अध्यक्षता में गुरुवार को उनके कार्यालयीय कक्ष में आयोजित आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (इंटरनल क्वालिटी असुरेन्स सेल यानी आईक्यूएसी ) की बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए। तय हुआ कि अब पूर्णिमा व अमावस्या को नियमित रुप से पाक्षिक शास्त्र चर्चा होगी। फिलहाल स्थानीय रमेश्वरलता संस्कृत कालेज, शिक्षा शास्त्र व स्नातकोत्तर विभागों के छात्रों को मिलाकर यह कार्य होगा जिसमें यहां के शिक्षकों का पर्यवेक्षण रहेगा। इसी तरह निर्णय हुआ कि विश्वविद्यालय के गौरवमयी इतिहास को और अधिक सशक्त बनाने के लिए गठित कला व साहित्यिक मंच या फिर समितियों को पुनर्गठित किया जाएगा। अब इसमें संयोजक के अलावा अध्यक्ष,सचिव व सहसचिव भी होंगे। छात्रों को भी इसमें अनिवार्य रूप से जगह दी जाएगी। उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकान्त ने बताया कि विश्वविद्यालय में कुछ माह पूर्व ही कुलपति प्रो0 पांडेय के विशेष निर्देश के बाद

शास्त्र संजीवनी मंच, क्रीड़ा व स्वास्थ्य मंच, संस्कृत प्रचार मंच, कला रंजिनी मंच, पर्यावरण मंच, युवा चेतना मंच, महिला चेतना प्रकोष्ठ का गठन हुआ है। इसी मंचों व समितियों को अब पुर्नगठित किया जाएगा। निर्णय यह भी हुआ है कि इन मंचों की नियमित बैठक होगी और नए नए लोगों को भी जोड़ने का प्रयास होगा। फिलहाल यह भी तय हुआ कि कला रंजनी मंच के सौजन्य से शिक्षा शास्त्र के छात्रों को राष्ट्र गान, कुलगीत व वैदिक मंगलाचरण के लिए तैयार करना है। वहीं शास्त्र समवर्धिनी मंच को क्रियाशील करते हुए इसमें छात्रों के साथ साथ शिक्षकों की भागीदारी बढ़ाने पर बल दिया गया।

इसी क्रम में फोकस इस पर भी रहा कि कक्षों में छात्रों की संख्या कैसे बढ़ायी जाय। निर्णय हुआ कि विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई इसके लिए विशेष मुहिम चलाएगी। निर्णय हुआ कि आईक्यूएआर के लिए डीन डॉ शिवलोचन झा की अध्यक्षता में सभी विभागाध्यक्षों की बैठक शीघ्र आहूत की जाय। वहीं सभी संस्कृत कालेजो में अनिवार्य रूप से संस्कृत सम्भाषण आयोजित किये जाने की बाबत सीसीडीसी डॉ दिनेश झा ने बैठक में जानकारी दी। डीन डॉ झा के पर्यवेक्षण में क्रीड़ा व स्वास्थ्य मंच का कैलेंडर तैयार कर कालेजों को भी इससे जोड़ने का निर्णय हुआ। वहीं, पर्यावरण मंच के माध्यम से कैम्पस में पौधरोपण किया जाएगा। इसके अलावा बैठक में और कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

आज की बैठक में मुख्य रूप से कुलपति प्रो0 पांडेय के अलावा डॉ पुरेन्द्र बारीक, डॉ शिवलोचन झा , डॉ दिनेश झा,डॉ घनश्याम मिश्र, डॉ साधना शर्मा, डॉ शम्भू शरण तिवारी, डॉ यदुवीर स्वरूप शास्त्री, डॉ रामसेवक झा, डॉ नरोत्तम मिश्रा, डॉ अवधेश कुमार श्रोतीय,डॉ ध्रुव मिश्र, डॉ सुधीर कुमार झा,डॉ धीरज कुमार पांडेय, डॉ एल सविता आर्या, पवन सहनी उपस्थित थे।

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