मोदी सरकार सभी संविदा-ठिका व स्कीम कर्मियों का वेतन 36 हजार व पेंशन 10 हजार करे -देवेन्द्र कुमार
मोदी राज में आर्थिक असमानता चरम पर-डॉ उमेश
102 एम्बुलेंस कर्मी के लंबित बकाया मानदेय की भुगतान की गारंटी करें जिला प्रशासन-ऐक्टू
दरभंगा (ब्रजभूषण कुमार) :_ऐक्टू से सम्बद्ध कामगारों ने मोदी सरकार की देश व मजदूर विरोधी विनाशकारी नीतियों के खिलाफ खासकर 4 श्रम संहिता , 3 नए फौजदारी कानून को रद्द करने,संविदा-ठिका व स्कीम पर नियोजन प्रथा को समाप्त कर ऐसे सभी कर्मियों का वेतन 36 हजार व पेंशन 10 हजार करने
सहित मजदूरों को अधिकार सम्पन्न बनाने वाले अनेकों 11 सूत्री मांग पर श्रमिक संगठनों के देशव्यापी विरोध दिवस के अवसर पर लहेरियासराय स्टेशन परिसर से विरोध मार्च ऐक्टू के जिला सचिव डॉ उमेश प्रसाद साह, निर्माण मजदूर यूनियन के जिला सचिव सत्यनारायण पासवान, बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान, खेग्रामस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य देवेन्द्र कुमार, 102 एम्बुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष भोगेन्द्र मिश्र, पशु टिका कर्मी के जिलाध्यक्ष रामशंकर सिंह, देवेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में निकला जो चट्टी चौक, पुलिस लाइन, जिला परिषद कार्यालय, लहेरियासराय टावर होते हुए समाहरणालय होकर पोलो मैदान पहुंचकर सभा मे तब्दील हो गया।
वहीं एम्बुलेंस जिलाध्यक्ष भोगेन्द्र मिश्र की अध्यक्षता हुई सभा को सम्बोधित करते हुए ऐक्टू के जिला सचिव डॉ उमेश प्रसाद साह ने कहा कि मोदी सरकार पर देश मे चरम आर्थिक असमानता बढाने व मजदूरों के कानूनी व संवैधानिक अधिकारों को कुचलने का आरोप लगाया और मजदूरों के समाप्त किए अधिकारों खासकर 4 श्रम संहिता को रद्द कर 44 श्रम कानून को बहाल करने ,ईपीएफ जुर्माना में मालिक पक्षीय छूट को रद्द करने की मांग किया । उन्होंने आधुनिक गुलामी का प्रतीक बताए हुते स्थायी कामो में ठिका-संविदा,स्कीम व आउटसोर्स प्रथा पर रोक लगाने तथा इन कार्यों में कार्यरत कर्मियों का वेतन 36 हजार मासिक व 10 हजार पेंशन देने सहित 11 सूत्री मांग किया।
वहीं खेग्रामस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य देवेन्द्र कुमार ने कहा कि मोदी सरकार की तानाशाही व विनाशकारी आर्थिक नीतियों के चलते आर्थिक असमानता चरम पर है। इसके खिलाफ व्यपाक जन अभियान चलाया जाएगा। वहीं सभा को अन्यलोगों के अलावा मो रोजिद, पवन यादव, रामाशंकर सहनी, रोहित सिंह, रामाशीष महतो, राजेश ठाकुर, अशोक कमती, कृष्मोहन झा, अमित साहू, रंजीत यादव, मायाशंकर साहू, ललन पासवान, सुभाष कुमार, विशंभर महतो आदि ने सम्बोधित किया।