वेद के वरीय प्रध्यापक व चर्चित कथावाचक डॉ सत्यवान कुमार का असामयिक निधन

 

शोक में डूबा संस्कृत विश्वविद्यालय परिवार, कार्यालय व विभाग रहे बन्द

 

दरभंगा (नंदू ठाकुर) :_कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर वेद विभाग के वरीय सहायक प्रध्यापक डॉ सत्यवान कुमार का गुरुवार की देर रात ईलाज के क्रम में निधन हो गया। वे 52 वर्ष के थे। तबियत बिगड़ने पर सबसे पहले उन्हें स्थानीय एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां कुछ देर ईलाज के बाद उन्हें पटना के लिए रेफर कर दिया गया था। उनका दाह संस्कार नवगछिया में किया गया जिसमें उनके हजारों चहेते शरीक हुए। वहां के घाट ठाकुरबाड़ी में भी मातम छाया हुआ है। यहीं वे 21 जुलाई से दस दिनों का अनुष्ठान करने वाले थे।

उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकान्त ने बताया कि भागलपुर जिला के भरतखण्ड गांव के मूल निवासी डॉ कुमार ने 2009 में सहायक प्रध्यापक पद पर वेद विभाग में अपना योगदान दिया था। उन्होंने संस्कृत विश्वविद्यालय में पदाधिकारी के रुप मे भी कई पदों को सुशोभित किया था। उनकी शिक्षा-दीक्षा वाराणसी व स्थानीय संस्कृत विश्वविद्यालय में हुई थी। वे वेद व कर्मकांड के विद्वान के साथ साथ कुशल व चर्चित पुराण कथा वाचक भी थे। रंग मंच व गीत- संगीत के भी वे मजे कलाकार थे। वैदिक विधि से देवताओं की प्राण- प्रतिष्ठा व मंदिर स्थापित कराने में वे काफी निष्णात थे। इस क्षेत्र में उनकी महारत काफी दूर तलक थी।वे सरल, मृदुभाषी व विनोदी प्रकृति के थे। डॉ कुमार के निधन की सूचना पर शुक्रवार को पूरा विश्वविद्यालय बन्द रहा।

उनके असामयिक चले जाने से संस्कृत विश्वविद्यालय परिवार काफी शोकाकुल व मर्माहत है। शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कुलपति प्रो0 लक्ष्मी निवास पांडेय, प्रतिकुलपति प्रो0 सिद्धार्थ शंकर सिंह, कुलसचिव प्रो0 ब्रजेशपति त्रिपाठी, वेद विभाग अध्यक्ष डा विनय कुमार मिश्र समेत सभी विभाग अध्यक्षों व पदाधिकारियों ने समवेत स्वर में कहा डॉ कुमार बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उनके गुजर जाने से विश्वविद्यालय को अपूरणीय क्षति हुई है। सभी ने दिवंगत आत्मा की शांति व शोकाकुल परिजनों को दुख की इस घड़ी से उबारने के लिए ईश्वर से कामना की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *