कुशेश्वर स्थान प्रखंडो में भ्रष्टाचारियो का बोलबाला प्रखंड विकास पदाधिकारी, मनरेगा पीओ,पंचायत साचिव कमलेश प्रसाद सिंह पंचायत में कार्यरत इंजीनियर सब का सब मौन

 

 

दरभंगा (ब्यूरो रिपोर्ट) : समाजसेवी त्रिभुवन कुमार ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा है कुशेश्वरस्थान पश्चिमी प्रखंड भ्रष्टाचारियों का अड्डा बन चुका है। चिगड़ी सिमराहा पंचायत सिमराहा के वार्ड 08 व 09 मैं मुसहरी से लेकर पलटन यादव के घर तक संपूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त नाला और सड़क को बनाने हेतु प्रखंड विकास पदाधिकारी ललन चौधरी चिगड़ी सिमराहा पंचायत के सचिव कमलेश प्रसाद सिंह पंचायत के मुखिया वीरेंद्र चौपाल पंचायती राज पदाधिकारी किरण मंडल अन्य संबंधित अधिकारियों को जनताओ की समस्या से कोई वास्ता नहीं है।

महोदय को चिगड़ी सिमराहा पंचायत के सिमराहा गांव में नाला व सड़क की समस्याओं को विगत दिन पूर्व दुरभाष व उससे पुर्व लिखित रूप से प्रखंड विकास पदाधिकारी पंचायती राज पदाधिकारी पंचायत सचिव व पंचायत के इंजीनियर को सूचित किये थे लेकिन जनता की मौलिक समस्या का निदान का मुख्य मार्ग क्या होगा कौन सा कार्य से समस्या व्यवस्थित हो सके और जनताओ को संपूर्ण लाभ मिलेगा इसके लिए सोचने का आवश्यकता नही है।

प्रखंड विकास पदाधिकारी महोदय समझ चुके हैं मेरा प्रतिशत मिल रहा है बाकी अन्य काम हो या ना हो क्या फर्क पड़ता है प्रखंड विकास पदाधिकारी के पास ऐसा समय कहा से होगा जो जानताओ के लिए कौन सा कदम उठाया जाए जिससे पंचायत वासियों को लाभ प्राप्त हो प्रखंड विकास पदाधिकारी महोदय को या अन्य संबंधित अधिकारी महोदय को इससे दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है अगर रिश्ता की बात होती तो चिगड़ी सिमराहा पंचायत के सिमराहा गांव मुसहरी से पलटन यादव के घर तक क्षतिग्रस्त नाला और सड़क की समस्या को विगत माह पूर्व अवगत कराए लेकिन दुर्भाग्य है अभी तक उस पर कुछ नहीं हुआ जबकि जहां पर तत्काल सड़क की आवश्यकता नहीं है वहां पर ढलाई पर ढलाई हो रहा है। जेसीबी से नदी का उगाही किया जाता है । जेसीबी से पोखरी का उगाही किया जाता है लेकिन जेसीबी से नाला साफ करके उसको मरमती नहीं किया जाता है जिगरी सिमराहा पंचायत के हर काम ढक के तरह चल रहा है । ऐसे कई काम लंबित है संपूर्ण पंचायत के अंदर ब्रेजा कंपनी को लाइट लगाने की अनुमति दिया लेकिन पंचायत के प्रतिनिधि निजी स्वार्थ अधिकारी के स्वार्थ को बखूबी निभा रहे है लेकिन जो जनताओ जनप्रतिनिधियों तय किया है वो पैसा के अहंकार में नही दिख रहा है । केवल अपना लोग दिखता । जनता का मौलिक समस्या में जो व्यक्ति विकास कार्य का वाधाक बनेगा । उसके साथ सीधी मेरी संवैधानिक लड़ाई व संघर्ष जारी रहेगा। प्रखंड विकास पदाधिकारी महोदय मेरे आवेदन को इसीलिए नजर अंदाज करते हैं महोदय को एहसास होता है कि हम मुखिया का विरोध करते है लेकिन ऐसे मानसिकता और नीचे सोच के साथ नहीं कलते हैं हम विकास कार्य के बिंदुओ पर बोलते है।

मैं प्रखंड विकास पदाधिकारी महोदय से अनुरोध करना चाहते हैं ईर्ष्या द्वेष नफरत घिरना की भाव छोड़ते हुए मेरे अनुरोध क्या लोक में संबंधित अधिकारी को निर्देशित करने का कृपा प्रदान किया जाए ताकि जन समस्या का निदान हो सके।

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