दरभंगा (ब्यूरो रिपोर्ट):___जिला के तारालाही में जमीतुर राईन बिहार के बैनर तले गुलाम सरवर डे पर यौमे उर्दू दिवस मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राज्यसभा सांसद डॉक्टर एजाज अहमद, विधान परिषद सदस्य प्रोफेसर गुलाम गौस और जफर आजम (जीएम, आईआरसीटी) और आयोजनकर्ता मोहम्मद मुख्तार रहे। मौके पर सभी अतिथियों को शाल,टोपी और माला से स्वागत किया गया! डॉक्टर एजाज अहमद ने अपने बयान में कहा कि उर्दू के लिए गुलाम सरवर साहब छह बार जेल गए और बिहार सरकार को गिरा दिया। उर्दू को आंदोलन बनाकर वो आम लोगों और गरीबों की आवाज बने। उन्होंने कहा कि मुसलमान को सरकार चाहती है की सुरक्षा दे तो एससी एसटी एक्ट में पसमांदा मुसलमान को शामिल करना चाहिए। प्रोफेसर गुलाम गौस ने अपने वक्तव्य में कहा कि उर्दू और हिंदी दोनों बहन है। बिहार में उर्दू और हिंदी दोनों एक दूसरे के बगैर अधूरा है। इस मौके पर जफर आजम साहब ने कहा कि लोगो को गुलाम सरवर साहब को याद रखना चाहिए। नहीं तो जिस कौम ने अपनी पुरखों को भुलाया उस कौम का निशान खत्म हो जाता है। मीडिया को संबोधित करते हुए मोहम्मद मुख्तार जो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है उन्होंने सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया !इस मौके पर जमीतुर राइन बिहार के जिला कमेटी के सदर हारून रशीद साहब और जमेतुर राईन के सदर डॉक्टर फरमान अली, डॉक्टर मंजूर आलम, मोहम्मद मुख्तार मुखिया, प्रोफेसर अमानुल्लाह बाबर, मुर्तजा साहब, आस मोहम्मद (प्रवक्ता), मोहम्मद मुजीब साहब, मोहम्मद आफाक, मोहम्मद ईद भारती, मोहम्मद शौकत, मोहम्मद गुलाब, मोहम्मद जमाल ,मोहम्मद अलाउद्दीन मुखिया, मोहम्मद तैयब और अन्य लोग शामिल रहे। इसी बीच जरूरत मंदो के बीच कंबल का वितरण किया गया। मंच का संचालन डॉक्टर फरमान अली ने किया।