जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण फाइलेरिया जांच शिविर मोहम्मदपुर में 

 

 

दरभंगा (ब्यूरो रिपोर्ट) :  जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण फाइलेरिया जांच शिविर रात्रि पट संग्रह मोहम्मदपुर में संग्रह किया जा रहा है । यह संग्रह रात में ही किया जाता है। परामर्श राज नारायण मिश्रा एवं प्रयोगशाला प्राविधिक अरविंद कुमार , आशा फैसिलिटी पूनम कुमारी, पूनम देवी ,आशा माला देवी, आशा साधना देवी ,किरण देवी अंजली ,दुर्गा देवी, जरिया देवी, प्रीति कुमारी ,अंजू चौधरी ,संजू कुमारी कुमकुम अन्य लोग मौजूद रहे।

फलेरिया क्रीमीरात्रिकालीन आवधिकता , आवधिकता की प्राथमिक अभिव्यक्ति के साथ सर्कैडियन लय है। यह रात के दौरान होता है और परिधीय रक्त में परजीवी की रिहाई या गति होती है। यह लक्षण माइक्रोफ़िलारिया द्वारा प्रदर्शित होता है। वुचेरेरिया बैनक्रॉफ्टी लार्वा जिसे माइक्रोफ़िलारिया कहा जाता है, रात्रिकालीन आवधिकता दिखाता है।

लिम्फैटिक फाइलेरियासिस, जिसे आमतौर पर एलिफेंटियासिस के नाम से जाना जाता है, एक उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग है। संक्रमण तब होता है जब फाइलेरिया परजीवी मच्छरों के माध्यम से मनुष्यों में फैलते हैं। संक्रमण आमतौर पर बचपन में होता है और लसीका तंत्र को गुप्त क्षति पहुंचाता है।

रोग की दर्दनाक और गंभीर रूप से विकृत करने वाली दृश्य अभिव्यक्तियाँ – लिम्फोएडेमा, एलिफेंटियासिस और अंडकोश की सूजन – जीवन में बाद में होती हैं और स्थायी विकलांगता का कारण बन सकती हैं। ये मरीज़ न केवल शारीरिक रूप से अक्षम हैं, बल्कि कलंक और गरीबी में योगदान देने वाले मानसिक, सामाजिक और वित्तीय नुकसान भी झेलते हैं।

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