नगर निगम की पूर्ववर्ती सफाई एजेंसी ‘पाथेय’ के पक्ष में उतरे 26 वार्ड पार्षदों के हस्ताक्षर में फर्जीवाड़ा उजागर

 

6-6 अतिरिक्त सफाई कर्मियों के वेतन की मांग व अन्य मुद्दों पर 26 के हस्ताक्षर से सौंपे आवेदन में से दो पार्षद ने अपने दस्तखत को बताया फर्जी,

महापौर ने नगर आयुक्त को दिया है अन्य 24 पार्षद को नोटिस देकर उनके पक्ष के साथ संचिका में अपना भी मंतव्य प्रस्तुत करने का निर्देश,

बेतिया (Brajbhushan  Kumar) : नगर निगम की पूर्ववर्ती आउट सोर्सिंग सफाई एजेंसी ‘पाथेय’ के पक्ष में उतरे 26 वार्ड पार्षदगण के प्रस्तुत हस्ताक्षर में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। नगर निगम बोर्ड द्वारा बहुमत से पारित प्रस्ताव के आधार पर विभिन्न वार्डों में महीनों से कार्यरत्त रहे 6-6 अतिरिक्त सफाई कर्मियों के वेतन की मांग व अन्य मुद्दों पर नगर निगम की सशक्त समिति के विरुद्ध मोर्चा खोलने वाले आवेदन पर दर्ज 26 पार्षदों के हस्ताक्षर में से दो वार्ड 31और 39 के पार्षदगण ने महापौर गरिमा देवी सिकारिया को सौंपे अलग अलग आवेदन में सामूहिक आवेदन पर अंकित अपने दस्तखत को फर्जी बताया है। इसको लेकर महापौर श्रीमती सिकारिया ने इसमें बड़े फर्जीवाड़े का आशंका जाहिर करते हुए नगर आयुक्त को आवेदन में निशान व हस्ताक्षर वाले अन्य 24 पार्षदगण को नोटिस देकर उनके व्यक्तिगत पक्ष के साथ संचिका के माध्यम से अपना भी मंतव्य प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

महापौर ने अपने उक्त आदेश में लिखा है कि अब ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ पार्षदगण द्वारा अपने निहित स्वार्थ के चलते अन्य पार्षदगण का जाली हस्ताक्षर कर आवेदन अधोहस्ताक्षरी को समर्पित किए है। जिनकी सांठ-गांठ काले कारनामे वाले आउट सोर्सिंग वाली पूर्ववर्ती सफाई एजेंसी ‘पाथेय’ के साथ लगती है। जबकि ‘पाथेय’ के द्वारा गलत बिल बनाकर दोहरा भुगतान प्राप्त करने के अलावे निविदा के शर्तों का भी भारी उलंघन किया गया है।

इस प्रकरण में विभागीय अपर निदेशक के द्वारा बिहार विधान परिषद के पटल पर रखे गए पत्र की भी प्रति संलग्न करते हुए उक्त पत्र के आधार पर बताया है कि बेतिया नगर निगम का कचरा प्रबंधन का खर्च बिहार भर के सभी नव उत्क्रमित नगर निगमों की तुलना में सबसे अधिक और अनेक से दोगुना से भी अधिक होना बताया गया है।

श्रीमती सिकारिया ने यह भी लिखा है कि इससे पूर्व विभागीय जाँच के आधार पर अपर मुख्य सचिव के स्तर से न सिर्फ ‘पाथेय’ एजेंसी का एकरारनामा रद्द कर बल्कि नई एजेंसी के चयन के लिए भी आदेशित किया है। इस दिशा में विहिप प्रक्रिया के तहत नगर आयुक्त द्वारा कार्रवाई भी की गई है।अपने उक्त निर्देश की प्रति महापौर श्रीमती सिकारिया ने विभागीय प्रधान सचिव तक को प्रेषित करते हुए कार्रवाई की मांग की है।

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