दरभंगा (ब्यूरो रिपोर्ट): समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर सभागार में प्रभारी जिलाधिकारी श्रीमती प्रतिभा रानी की अध्यक्षता में माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के भरण पोषण एवं कल्याण अधिनियम, 2007 हेतु गठित ‘‘जिला स्तरीय समिति’’ की बैठक आयोजित की गई।
सर्वप्रथम बैठक में सहायक निदेशक (सामाजिक सुरक्षा) सुश्री नेहा कुमारी ने बताया कि माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण तथा कल्याण अधिनियम-2007 को राज्य में सितम्बर, 2011 में लागू किया गया है। साथ ही बिहार के माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण तथा कल्याण नियमावली-2012 के तहत वरिष्ठ नागरिकों से संबंधित मूलतः तीन बिन्दुओं पर कार्रवाई करने का प्रावधान है, जिसमें भरण-पोषण से संबंधित, जान की सुरक्षा एवं सम्पत्ति की सुरक्षा शामिल है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक एवं वृद्धजनों के लिए समाज में संवेदनशीलता हेतु आवश्यक प्रचार-प्रसार करवाया जा रहा है।
बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रभारी जिलाधिकरी ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों के संरक्षण हेतु अनुमण्डल स्तर पर पूर्व से न्यायालय संचालित है तथा उनके आवेदन को 90 दिनों के अन्दर निष्पादित किया जाता है। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा की जवाबदेही जिले के अनुमण्डल पदाधिकारी,वरीय पुलिस अधीक्षक एवं हम सबों की होती है।
बैठक में उपस्थित वरिष्ठ नागरिक के मनोनित सदस्य प्रदीप कुमार चौधरी ने अपना विचार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक के आधार में उम्र एवं नाम के उच्चारण में त्रुटि (आधार एवं मतदाता पहचान पत्र में अंतर) के कारण उन्हें वृद्धा पेंशन से वंचित कर दिया जा रहा है, इसके लिए जिला स्तर पर सुधार की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही उन्होंने ई-लाभार्थी पोर्टल पर पेंशनधारियों के लिए जिला स्तर पर ही सुधार की व्यवस्था करवाई जाए।
डॉ. मनमोहन चौधरी मेमोरियल ट्रस्ट के सचिव विजय कुमार चौधरी ने भी अपना सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि प्रखण्ड स्तर पर आयुष्मान कार्ड के लिए शिविर का आयोजन किया जाए, ताकि वृद्धजनों को स्वास्थ्य लाभ ससमय मिल सके।
- प्रभारी जिलाधिकारी ने सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी बच्चें अपने माता-पिता का भरण-पोषण करें।
बैठक में उपस्थित वृद्धजन ने भी अपना सुझाव साझा किया। बैठक में ट्रैफिक व्यवस्था के लिए उठाये गये मामलों पर प्रभारी जिलाधिकारी ने पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) को निर्देश दिया कि ट्रैफिक व्यवस्था दिखवा लिया जाए।
उन्होंने सिविल सर्जन, दरभंगा को निदेशित किया कि सभी जिला चिकित्सालयों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए 10 आरक्षित बेड, सदर एवं अनुमण्डल स्तर के अस्पतालों में 02 आरक्षित बेड की व्यवस्था की जाए।