लखीमपुर खीरी के किसानों के हत्यारा गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त कर जेल दो : प्रभुराज नारायण राव
बेतिया (ब्रजभूषण कुमार) : संयुक्त किसान मोर्चा तथा ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर 3 अक्टूबर को राष्ट्रीय काला दिवस मनाया गया । इस अवसर पर बेतिया में राज देवढ़ी स्थित टांगा पड़ाव से विशाल जुलूस निकाला गया। जो पश्चिम चंपारण समाहरणालय बेतिया पहुंचकर प्रधानमंत्री का पुतला जलाया गया और सभा की गई।
3 अक्टूबर 2021 को लखीमपुर खीरी में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के निर्देश पर उनका लड़का आशीष मिश्रा द्वारा अपनी गाड़ी से रौंद कर चार किसान तथा एक पत्रकार की हत्या कर दी । लेकिन अभी तक मोदी सरकार का गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी बने हुए हैं । उन पर किसी प्रकार की कार्रवाई नरेंद्र मोदी नहीं कर रहे हैं। इसलिए 3 अक्टूबर 2023 को पूरे देश में अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त कर हत्या का मुकदमा कर गिरफ्तार करने की मांग की जा रही है। इस आशय का पश्चिम चंपारण जिला पदाधिकारी को स्मार पत्र दिया गया।
बिहार राज्य किसान सभा के उपाध्यक्ष प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि लखीमपुर खीरी के किसान बड़ी संख्या किसान विरोधी तीनों काले कानूनो को वापस लेने के लिए गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी तथा उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को मांग पत्र देने जा रहे थे । जनतंत्र में मिला यह अधिकार मोदी सरकार के हिटलरवादी मंत्रियों को रास नहीं आया । अजय मिश्र टेनी के निर्देश पर उनका लड़का आशीष मिश्रा ने किसानों के प्रदर्शन को गाड़ी से रौंद दिया तथा गोलियां चलाई । जिसमें 4 किसान तथा 1 पत्रकार शहीद हो गए थे।
सभा को सम्बोधित करते हुए एटक के राज्य नेता ओमप्रकाश क्रांति ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार घोर मजदूर विरोधी सरकार है । मजदूरों को मिले 44 श्रम कानून को समाप्त कर चार श्रम संहिता लागू किया है । इससे वापस लेना ही होगा । उन्होंने कहा कि आज स्कीम वर्कर्स की स्थिति अत्यधिक दयनीय हो चुका है। केंद्र सरकार उनको नियमित नहीं कर रही है । साथ ही मामूली मानदेय पर उनसे काम लिया जा रहा है । जो अमानवीय है । इसलिए संविदा पर काम करने वाले कर्मियों को नियमित किया जाए ।
सीटू के जिला अध्यक्ष बी के नरूला ने कहा कि आज देश की समस्त जनता महंगाई , बेरोजगारी से त्रस्त , भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच चुका है।लेकिन इससे मोदी सरकार को कोई मतलब नहीं है और सिर्फ देश में नफरत बो कर सांप्रदायिकता की आग में देश को जलाने की मुहिम छेड़ रखी है ।भारतीय संविधान और जनतांत्रिक अधिकारों को छीना जा रहा है । ऐसी स्थिति में मोदी सरकार को गद्दी से उतारने के शिवाय किसान और मजदूर के सामने दूसरा कोई विकल्प नहीं है । इसलिए 2024 के चुनाव में हमें एकजुट होकर मोदी सरकार को उखाड़ फेंकना होगा। तभी हम सुरक्षित रह पाएंगे ।सभा को सीटू के जिला अध्यक्ष वी के नरुला, सचिव शंकर कुमार राव, एटक के जिला सचिव ओमप्रकाश क्रांति, किसान सभा के जिला अध्यक्ष अशोक मिश्र , मंत्री राधामोहन यादव , लोक संघर्ष समिति के आलमगीर , अनिल राम , बिहार राज्य किसान सभा के जिला अध्यक्ष रामा यादव, सचिव हरेंद्र प्रसाद , ए आई के एम के एस के जिला सचिव सुरेंद्र प्रसाद , ए आई के एम एस के जिला सचिव मानती राम , बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष प्रकाश वर्मा , सचिव प्रभुनाथ गुप्ता , खेत मजदूर यूनियन के जिला मंत्री सुबोध मुखिया, बिहार राज्य ईंख उत्पादक संघ के जिला अध्यक्ष लालबाबू यादव , शंकर दयाल गुप्ता , म. हनीफ , संजय राव , सहीम मियां , मनोज कुशवाहा, चंद्रिका साह, नागा प्रसाद , अंजारुल, सदरे आलम , योगेंद्र शर्मा , जगरनाथ यादव, चम्पा देवी , गुड़िया देवी , कौशल्या देवी , वशिष्ठ राय , बबलू मियां आदि ने विचार दिए ।