नैक’ ग्रेड की प्राप्ति शिक्षण संस्थानों की पहचान का प्रतीक- प्रो0 मुश्ताक अहमद

सी0 एम0 काॅलेज, दरभंगा में विभागाध्यक्षों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित

दरभंगा- राष्ट्रीय स्तर पर महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों हेतु नैक आवश्यक हैै। सभी शिक्षण संस्थानों केलिए आवश्यक है कि वह अपने संस्थान की अलग पहचान बनाने हेतु ‘‘नैक’’ प्रक्रिया से गुजर कर बेहतर ग्रेड प्राप्त करे, कयोंकि अब सभी प्रकार के विकासात्मक स्कीम की प्राप्ति नैक ग्रेड पर ही निर्भर है। उक्त बातें प्रो0 मुश्ताक अहमद, प्रधानाचार्य, सी0एम0 काॅलेज, दरभंगा ने कही। प्रो0 अहमद कालेज में विभागाध्यक्षों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। ज्ञातव्य हो कि सी0एम0 काॅलेज उत्तरी बिहार का एक एतिहासिक काॅलेज है। जहां अन्तर स्नातक से लेकर स्नातकोत्तर स्तर तक की पढ़ाई होती है, साथ ही विभिन्न प्रकार के प्रोफेशनल कोर्स भी चलाए जाते हैं। काॅलेज का चौथा नैक होना है और इसके लिए अब एस0एस0आर0 की तैयारी चल रही है। प्रो0 अहमद ने कहा कि अब सरकार द्वारा जितने भी विकास की स्कीम हैं, उसके लिए नैक प्रमाण पत्र अनिवार्य है। इस लिए ससमय नैक का होना काॅलेज के साथ- साथ शिक्षकों एवं छात्र/छात्राओं केलिए भी लाभप्रद है। उन्होंने कहा कि सभी विभागाध्यक्षों का दायित्व है कि वे अपने विभाग के सभी शिक्षकों की सहायता से अपने विभाग के रिकार्ड को नैक कोऑर्डिनेटर को प्राप्त करा दें, ताकि उसे नैक पोर्टल पर अपलोड किया जा सके। अगर सभी का सहयोग प्राप्त रहा तो नैक में बेहतर ग्रेड प्राप्त करना कोई कठिन नहीं है। आज की बैठक में जिन विभागाध्यक्षों ने अपने विचार रखे उनमें डाॅ0 सुब्रत कुमार दास (अंग्रेजी), डाॅ0 अबसार आलम (अर्थशास्त्र), प्रो0 मयंक श्रीवास्तव (समाजशास्त्र), डाॅ0 रागनी रंजन (मैथिली), डाॅ0 विजयसेन पाण्डेय (मनोविज्ञान), डाॅ0 अनुपम कुमार सिंह (गणित), प्रो0 शशांक शुक्ला (दर्शनशास्त्र), डाॅ0 खालिद अंजुम उस्मानी (उर्दू), डाॅ0 दिवाकर कुमार सिंह (इतिहास), डाॅ0 संजीत कुमार झा (संस्कृत), प्रो0 डी0पी0 गुप्ता (वाणिज्य) और नैक समनवयक प्रो0 आशीष कुमार बरियार शामिल हैं।

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