सावन में रुद्राभिषेक से दूर होते हैं रोग और शोक,19 साल बाद बना है दो सावन का अद्भुत संयोग: गरिमा

सावन में रुद्राभिषेक से दूर होते हैं रोग और शोक,19 साल बाद बना है दो सावन का अद्भुत संयोग: गरिमा -Darpan24 News

 

परिवार व नगर वासियों के सुख, पुण्य और तरक्की का संकल्प लेकर महापौर ने सोमवारी व्रत में किया विधिवत रुद्राभिषेक,

बेतिया (ब्रजभूषण कुमार) : नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने परिवार और नगर निगम क्षेत्र के लोक मंगल कामना का संकल्प लेकर अपने लाल बाजार स्थित आवास पर विधिवत रुद्राभिषेक यज्ञ किया।

इस मौके पर उन्होंने बताया कि इस वर्ष के सावन माह को बहुत ही शुभ और खास माना गया है क्योंकि इस साल का सावन एक नहीं बल्कि दो माह का है। महात्मा और आचार्य बताते हैं कि ऐसा अद्भुत संयोग 19 साल बाद बना है। रुद्राभिषेक में भगवान शिव के रुद्र रूप की पूजा की जाती है। भगवान शिव के रुद्र रूप की पूजा करने से समस्त ग्रह बाधाओं और समस्याओं से छुटकारा मिलता है। पौराणिक मान्यता है कि सावन से पहले भगवान विष्णु निद्रा अवस्था में चले जाते हैं। इस समय भगवान शिव यानी रुद्र ही सृष्टि को चलाते हैं। इसी से सावन में रुद्राभिषेक करना सनातन धर्म में अत्यंत शुभ माना गया है। शिव पुराण में भगवान शिव को ही परमात्मा का रुद्र अवतार माना गया है।सावन में रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व होता है। सावन में रुद्राभिषेक करने से सभी पाप और दुखों का अंत होता है।

श्रीमती सिकारिया ने कहा कि आध्यात्मिक मान्यता है कि रुद्राभिषेक यज्ञ आयोजित कर भगवान शिव को प्रसन्न करने से भक्तजन की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। रुद्राभिषेक से घर में सुख-शांति और संकल्पित लोक जीवन में सुख शांति बनी रहती है। मौके पर महापौर के परिवार के सदस्य भोलानाथ सिकारिया, सुमन देवी सिकारिया, रोहित सिकारिया इत्यादि ने साथ में विधिवत पूजा की।

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