*निदेशक प्रो प्रेम मोहन मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में संस्कृत संभाषण हेतु हुए विमर्श में तय की गई शिविर की सम्पूर्ण रूपरेखा*
दरभंगा (ब्यूरो रिपोर्ट) : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली द्वारा 2022 ईस्वी में स्थापित ‘संस्कृत अध्ययन केन्द्र’ के तत्वावधान में आगामी 15 अक्टूबर, 2024 से 10 दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर का आयोजन किया जाएगा। संभाषण शिविर की रूपरेखा तैयार करने के उद्देश्य से निदेशक प्रो प्रेम मोहन मिश्र की अध्यक्षता में आयोजन समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें विश्वविद्यालय संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ घनश्याम महतो, पीजी संस्कृत के एसोसिएट प्रोफेसर सह संस्कृत अध्ययन केन्द्र के केन्द्राधिकारी डॉ आर एन चौरसिया, संस्कृत- अध्ययन केन्द्र के शिक्षक अमित कुमार झा, डॉ सुरेन्द्र भारद्वाज, डॉ संतोष कुमार, अजय कुमार मिश्र, संजीव कुमार, गोविंद कुमार मिश्र, लड्डू कुमार बैठा तथा रामनारायण प्रसाद आदि उपस्थित थे।
प्रो प्रेम मोहन मिश्र ने कहा कि संस्कृत ज्ञान- विज्ञान का खजाना है। कंप्यूटर के लिए संस्कृत भाषा विश्व में सर्वाधिक उपयोगी है। इसलिए तकनीकी छात्राओं के लिए भी संस्कृत का ज्ञान अति आवश्यक है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए यहां संस्कृत संभाषण शिविर के संचालन करने का निर्णय लिया गया है।
विभागाध्यक्ष डॉ घनश्याम महतो ने कहा कि संस्कृत अध्ययन केन्द्र द्वारा हर दो- चार महीने में कहीं न कहीं शिविर का आयोजन किया जाता है, ताकि विभाग के छात्रों के साथ ही अन्य लोगों को भी इसका समुचित लाभ मिल सके। उन्होंने डब्ल्यूआईटी में शिविर आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए निदेशक के प्रति आभार व्यक्त किया।
केन्द्राधिकारी डॉ आर एन चौरसिया ने बताया कि इस 10 दिवसीय शिविर में कभी संस्कृत नहीं पढ़ने वाले को भी चित्रों, संकेतों, वार्तालापों, प्रश्नोत्तरी, अध्यापन तथा लेखन आदि माध्यमों से सरलतम तरीकों से संस्कृत बोलना सिखाया जाएगा। साथ ही समापन के दिन सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र तथा मेडल भी प्रदान किया जाएगा। वहीं संस्कृत अध्ययन केन्द्र के शिक्षक अमित कुमार झा ने कहा कि उक्त शिविर ऑफलाइन मोड में अपराह्ण तीन से चार बजे के बीच चलाया जाएगा, जबकि ऑनलाइन माध्यम से संध्या 7 से 8 बजे के बीच संचालित होगा, ताकि छात्राओं को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।