दरभंगा :__ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी ने विश्वविद्यालय रसायन शास्त्र विभाग द्वारा मिथिला काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के सहयोग से आयोजित ‘जैवएंजाइम पर राष्ट्रीय वेबिनार’ के ब्रोशर का विमोचन किया। यह वेबिनार 15 दिसंबर 2024 को आयोजित किया जाएगा, जिसका मुख्य विषय “जैवएंजाइम: नवाचार और सतत भविष्य के लिए अनुप्रयोग” होगा।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, कुलपति ने ऐसे अकादमिक आयोजनों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “इस प्रकार के वेबिनार छात्रों, शोधकर्ताओं और शिक्षकों के बीच ज्ञान प्रसार और नवाचार को बढ़ावा देने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पूरे भारत के विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर, हम न केवल शैक्षणिक विकास में योगदान करते हैं, बल्कि स्थिरता और पर्यावरण संरक्षण जैसी महत्वपूर्ण सामाजिक चुनौतियों का भी समाधान प्रस्तुत करते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि जैवएंजाइम पर चर्चा का विषय विश्वविद्यालय की हरी रसायन और सतत प्रथाओं को बढ़ावा देने की दृष्टि से पूरी तरह मेल खाता है, जो आने वाली पीढ़ियों के कल्याण के लिए आवश्यक है।
कार्यक्रम के संयोजक और रसायन शास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. प्रेम मोहन मिश्रा ने विषय की प्रासंगिकता पर बल देते हुए कहा, “जैवएंजाइम एक स्थायी और विकसित भारत के निर्माण के लिए परिवर्तनकारी दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। कृषि, उद्योग, पर्यावरण प्रबंधन और स्वास्थ्य देखभाल में इनके अनुप्रयोग संसाधनों की कमी और प्रदूषण जैसी चुनौतियों का समाधान करने में असीम संभावनाएँ रखते हैं। यह वेबिनार प्रतिभागियों को इन संभावनाओं का अन्वेषण करने और हमारे राष्ट्र के सतत विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करेगा।”
कार्यक्रम के समन्वयक और सहायक प्राध्यापक डॉ. सोनू राम शंकर ने इस वेबिनार में आमंत्रित वक्ताओं की विविध विशेषज्ञता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “यह आयोजन पूरे भारत के प्रतिष्ठित संस्थानों और उद्योगों के विशेषज्ञों से सीखने का एक अनोखा अवसर प्रदान करेगा। ज्ञान और दृष्टिकोण का यह संग्रह प्रतिभागियों को जैवएंजाइम प्रौद्योगिकी में प्रगति और अवसरों की व्यापक समझ प्रदान करेगा।”
वेबिनार में जैवएंजाइम एंटरप्रेन्योर्स एकेडमी ऑफ इंडिया से प्रीति राव, ख्याली वैद्य, तारू सिंह और जयश्री भटूरिया, आईआईटी जोधपुर से डॉ. चंदना एन, आईआईटी दिल्ली से डॉ. पंकज कुमार गुप्ता, उका तरसादिया विश्वविद्यालय, बारडोली से गुजरात से डॉ. गोपाल जी गोपाल, फ्लडकॉन कंसल्टेंट एलएलपी के संस्थापक डॉ. हरिनारायण तिवारी , और सेवानिवृत्त प्राचार्य प्रो. विद्या नाथ झा जैसे प्रतिष्ठित वक्ता अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। वेबिनार के उपविषय जैवएंजाइम प्रौद्योगिकी की बहुमुखी संभावनाओं को उजागर करेंगे, जिनमें ग्रीन केमिस्ट्री और जैवएंजाइम, जैवएंजाइम उत्पादन और इंजीनियरिंग, उद्योग में जैवएंजाइम के अनुप्रयोग, पर्यावरणीय स्थिरता में जैवएंजाइम की भूमिका, जैवचिकित्सीय अनुप्रयोग, जैवएंजाइम प्रौद्योगिकी में चुनौतियाँ और अवसर, जैवएंजाइम अनुसंधान में नवीनतम रुझान, शैक्षणिक और औद्योगिक सहयोग की भूमिका, और भविष्य के दृष्टिकोण जैसे विषय शामिल हैं। इन उपविषयों पर चर्चा प्रतिभागियों को जैवएंजाइम अनुसंधान और नवाचार के विभिन्न आयामों को समझने और उनके प्रभाव का आकलन करने का अवसर प्रदान करेगी। वेबिनार में भाग लेने के लिए छात्रों, शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों, उद्यमियों, उत्साही व्यक्तियों और जिज्ञासु जनों का स्वागत है। प्रत्येक प्रतिभागी को प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा। वेबिनार के लिए पंजीकरण निःशुल्क है और इसे इस लिंक के माध्यम से किया जा सकता है: https://forms.gle/1tjWrmrAXmLCkF4C8। प्रतिभागियों से आग्रह किया जाता है कि वे इस ज्ञानवर्धक आयोजन में भाग लें और एक सतत भविष्य के लिए मार्ग प्रशस्त करने वाली चर्चाओं में योगदान दें। इस अवसर पर विभाग के प्रो. संजय कुमार चौधरी एवं डॉ. अभिषेक राय भी उपस्थित थे।