दरभंगा (विशेष संवाददाता) : आज राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) स्नातकोत्तर इकाई द्वारा विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का मुख्य विषय “राष्ट्र निर्माण में युवा शक्ति की भूमिका” था। आयोजन का प्रारम्भ कुलानुशासक प्रो. पुरेंद्र बारीक, धर्मशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. दिलीप कुमार झा और वेद विभागाध्यक्ष डॉ. विनय कुमार मिश्र द्वारा विश्वविद्यालय से हरी झंडी दिखाकर हुआ।
इसके पश्चात् स्वयं सेवक और स्वयं सेविकाएं नारे लगाते हुए शिविर स्थान पर पहुंची। जहां उद्घाटन सत्र
की अध्यक्षता डॉ. विनय कुमार मिश्र (वेद विभाग अध्यक्ष) ने की। उन्होंने स्वामी विवेकानंद की जीवनी और उनके आदर्शों का उल्लेख करते हुए युवाओं को प्रेरित किया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव, प्रोफेसर ब्रजेश कुमार त्रिपाठी ने सामूहिक समता और सहयोग पर जोर दिया। उन्होंने सामूहिक किचन और सामुदायिक विकास के महत्व को समझाते हुए कहा कि यह मॉडल आज की आवश्यकता है और जिक्र किया कि आज की कंपनियां जैसे जोमैटो इन विचारों को अपना रही हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की जीडीपी में वृद्धि के बिना भारत विकसित राष्ट्र नहीं बन सकता। ये तभी संभव है जब बिहार के युवा आगे बढ़ेंगे। विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुधीर कुमार झा ने एनएसएस की रूपरेखा, कार्ययोजना और मुख्य उद्देश्यों को विस्तार से समझाया। उन्होंने छात्रों को इस योजना से जुड़ने और सामाजिक कार्यों में भागीदारी के लिए प्रेरित किया। सारस्वत – अतिथि श्री अरविंद (राजकीय मध्य विद्यालय बेलादुल्लह के प्रधानाचार्य) ने अपने वक्तव्य में संस्कृत को देववाणी बताते हुए इसके महत्व को समझाया।
कार्यक्रम के प्रारंभ मे मङ्गलाचरण अङ्कित मिश्र और पद्मनाभ ने किया, nss गीत वन्दना एवं गुंजन ने प्रस्तुत किया। स्वागत साहित्य विभाग के सहायक प्राचार्य डॉ. रीतेश कुमार चतुर्वेदी और अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राजेश सिंह ने किया।
शिविर की संयोजिका स्नातकोत्तर इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. साधना शर्मा ने सञ्चालन करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना का सामान्य परिचय दिया। शिविर के आयोजक अध्यक्ष छात्र कल्याण डॉ. शिवलोचन झा, विभागाध्यक्ष प्रो. दिलीप कुमार झा, प्रो. रेणुका सिन्हा, प्रो. दयानाथ झा, डॉ. विनय कुमार मिश्र , डॉ. कुणाल कुमार झा एवम् डॉ. शम्भु शरण तिवारी थे।
उद्घाटन सत्र मे डॉ. सुधीर कुमार, डॉ. मुकेश निराला आदि की गणमान्य उपस्थिति रही।