राज्य के 129 आयुष्मान आरोग्य मंदिर हैं एनक्वास प्रमाणित  

115 सेंटर को राज्य स्तरीय एवं 14 सेंटर को राष्ट्रीय प्रमाणीकरण प्राप्त 

पटना- बिहार ने आयुष्मान आरोग्य मंदिर (एचडब्ल्यूसी) को क्रियाशील कर ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य सेवा को मजबूत किया है. राज्य सरकार ने प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए एचडब्ल्यूसी के विस्तार को प्राथमिकता दी है, जिससे बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएँ आम लोगों तक पहुँच रही हैं. आयुष्मान आरोग्य मंदिर में स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती और बेहतर करने के जज्बे को एनक्वास प्रमाणीकरण एक अहम् भूमिका निभाता है. अभी राज्य में 129 आयुष्मान आरोग्य मंदिर एनक्वास प्रमाणित है. इनमे 115 केंद्र को राज्य स्तरीय एवं 14 को राष्ट्रीय सर्टिफिकेट से प्रमाणित किया जा चुका है.

आयुष्मान आरोग्य मंदिर गर्भवती महिलाओं की देखभाल, टीकाकरण, उच्च रक्तचाप और मधुमेह की जांच, टेली-परामर्श सेवाएं सहित व्यापक सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं. यह पहल यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है कि स्वास्थ्य सेवाएँ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे. एक स्वास्थ्य केंद्र के प्रमाणीकरण के लिए सामूहिक प्रयास बेहद जरूरी है. यह प्रयास निचले स्तर से लेकर उच्च स्तर तक के स्वास्थ्य कर्मियों को करना होता है. इसके बावजूद प्रमाणीकरण मिले और स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके, उसके लिए वित्तीय सोर्स की मजबूती, डेटा मैनेजमेंट, स्किल्ड स्वास्थ्यकर्मी, बेहतर प्रशासनिक एवं प्रबंधन व्यवस्था, निरंतर गैप एनालिसिस, बेहतर इंफ्रा का होना बेहद ही जरूरी है.

एचडब्ल्यूसी अब मातृ स्वास्थ्य जांच, सुरक्षित प्रसव प्रथाओं और सामान्य बीमारियों के इलाज जैसी आवश्यक सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं. इसके कारण अस्पतालों में अनावश्यक भार कम हुआ है. इस पहल से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में मदद मिल रही है, जिससे बिहार में बेहतर स्वास्थ्य परिणाम सुनिश्चित हो रहे हैं.

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