दरभंगा (ब्यूरो रिपोर्ट) : धरती की पुत्री मां जानकी का प्राकट्य दिवस समारोह विद्यापति सेवा संस्थान के तत्वावधान में आगामी 17 मई को धूमधाम के साथ मनाया जायेगा। संस्थान के प्रधान कार्यालय परिसर में प्रातः काल माता जानकी की प्रतिमा की शास्त्रीय विधि से पूजा-अर्चना होगी। इसके बाद मैथिली दिवस समारोह का भव्य आयोजन होगा। मैथिली दिवस समारोह का विधिवत उद्घाटन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी करेंगे। जबकि बतौर मुख्य अतिथि कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो लक्ष्मी निवास पांडेय की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी और समारोह की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष सह कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो शशिनाथ झा करेंगे।
उक्त जानकारी देते हुए महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने बताया कि समारोह में बतौर उद्घाटनकर्ता अपनी उपस्थिति की स्वीकृति रविवार को उनसे हुई मुलाकात में उन्होंने दे दी है। उन्होंने बताया कि संस्थान के प्रतिनिधि मंडल के साथ हुई इस मुलाकात के दौरान कुलपति के कार्यकाल के उपलब्धिपूर्ण तीसरा महीना पूरा होने पर संस्थान की ओर से मिथिला की गौरवशाली परंपरा अनुरूप उन्हें पाग, चादर एवं फूलों की माला प्रदान कर अभिनंदन किया गया। प्रतिनिधि मंडल में एमएमटीएम कालेज के प्रधानाचार्य डा उदय कांत मिश्र, संस्थान के मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा, मणिभूषण राजू आदि शामिल थे।
उन्होंने बताया कि संस्थान कई दशकों से जानकी नवमी का आयोजन करता आ रहा है। जबकि बीते एक दशक से अधिक समय से मूर्ति पूजा भी की जा रही है। जानकी नवमी का विस्तार-अभियान निरंतर प्रगति कर रहा है। आज राष्ट्रीय स्तर पर हजारों स्थान पर जानकी नवमी समारोहपूर्वक मनाने का क्रम शुरू हो चुका है। वहीं अमेरिका, जर्मनी, कैलिफोर्निया, रूस आदि देशों में भी मिथिलावासी जानकी नवमी का आयोजन कर रहे हैं।
डा बैजू ने जानकी अभियान में जुटे सभी संस्थाओं को साधुवाद देते हुए मिथिला के हर घर में जानकी पूजन सुनिश्चित करने का आह्वान किया ताकि इस मिथिला में नारी सशक्तिकरण का अभियान और ज्यादा विस्तार ले सके।