मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख और आंशिक पिडित को 10 लाख रुपये मुआवजा दे सरकार:माले

भाजपा सांसद लाल सरैया जहरीली शराब कांड़ में विधवा विलाप बंद कर मृतकों के परिजनों से मिले: भाकपा माले

शराबबंदी कानून का धज्जियां उड़ाने वालों पर सख्त कारवाई करे सरकार:माले

बेतिया  (ब्रजभूषण कुमार) : मझौलिया के लाल सरैया जहरीली शराब कांड़ के दो मृतकों और एक इलाजरत वयक्ति के मामले में भाजपा सांसद व पुर्व राज्य अध्यक्ष संजय जायसवाल परिजनों से मिलकर ढ़ाढस बनाने और शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाने वालों पर कार्रवाई के लिए आगे आने के बजाय विधवा विलाप कर रहे है।
उक्त आरोप लगाते हुए भाकपा-माले के जांच दल के नेता सुनील कुमार राव ने बताया कि शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है जिसके वजहों से वहा शराब पीने से लोग मर रहे है। लाल सरैया में अवैध शराब चौक पर बना बेचा जा रहा है जिसको पीने से लाल सरैया पंचायत के वार्ड नं 05 के अशोक साह 32 वर्ष और किशोरी साह 26 वर्ष की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई। एक 16 वर्षीय आसू पासवान बिमार पड़ गया। परिजनों के चीख़ पुकार से सभी लोग जान गए लेकिन मझौलिया पुलिस चुप्पी साध रखी थी। जिस वजह से 02 सितम्बर को मृत अशोक साह का पोस्टमार्टम नही कर आनन फानन में शव जला दिया गया ताकि जहरीली शराब से मरने की बात नहीं आए।

उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने बताया कि शराब कारोबार यहा बहुत पहले से चलता है । इसकी जानकारी स्थानीय नागरिकों ने पहले भी पुलिस को दिया है लेकिन शराबबंदी की धज्जियां उड़ती रही। अब जब दो लोगों की मौत हो गई तब भी पुलिस मामले को रफा दफा करने में लगी है।

माले नेता ने कहा कि सरकार यहा के थाना प्रभारी पर कार्रवाई करे। उन्होंने कहा लोगों को हैरानी है कि स्थानीय सासंद संजय जायसवाल और स्थानीय विधायक रेणु देवी मृतकों के परिजनों से मिलकर ढ़ाढस बनाने और शराबबंदी के लिए लोगों को जागरूक करने के बजाय इस कांड़ को लेकर राजनीति कर रहे है। जांच दल में शामिल माले नेता और मुखिया संघ के प्रवक्ता नवीन कुमार ने कहा कि जहरीली शराब पीने से मरने वालों और एक इलाजरत बहुत कम उम्र के है उनके परिवार व बच्चों के गुजर बसर के लिए 20-20 लाख रुपये मुआवजा सरकार दे। एक मृतक अशोक साह जिनके शव का पुलिस ने पोस्टमार्टम नही कराया उनको भी मुआवजा दिया जाए। एक गंभीर रूप से बीमार इलाजरत आशु पासवान को भी 10 लाख मुआवजा दिया जाए। जांच दल में शामिल माले नेता जवाहर प्रसाद ने कहा कि शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाने वालों के साथ साथ पुलिस पर भी सख्त कानूनी कार्रवाई किया जाए। रिखी साह ने कहा जो पुलिस झगड़ा झंझट में जहर खाने वाले या परिवारिक विवाद में फांसी लगाने वाले को बिना किसी के सूचना दिए लोगों के घरों पर पहुंच जाती है उसको जहरीली शराब पीकर मरने वाले की खबर नही मिली यह पुलिस का कहना गलत है। उन्होंने कहा गरीब बस्तियों में शराबबंदी कानून को लेकर जागरूकता अभियान व्यापक पैमाने पर चलाने की जरूरत है।
यहां उल्लेखनीय है कि लाल सरैया जहरीली शराब पीने से मरने वालों की जांच के लिए एक जांच दल भाकपा-माले के वरीय नेता सुनील कुमार राव के नेतृत्व में लाल सरैया गया था जिसमें माले नेता नवीन कुमार, जवाहर प्रसाद और रिखी साह शामिल थे।

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