मुसलमानों की बात करने वाले लालू यादव 16 साल सत्ता में रहे, कभी किसी मुसलमान को गृह मंत्री या पथ निर्माण मंत्री क्यों नहीं बनाया? लालू-नीतीश ने दलितों और महादलितों का शोषण कर बेवकूफ बनाया है:__ प्रशांत किशोर

 

पटना (ब्यूरो रिपोर्ट) :  जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में जो जातीय सर्वे करवाया गया वो नीतीश कुमार का एक प्रयास था कि इसका राजनीतिकरण करके समाज को बांट कर इसका राजनीति में लाभ लिया जाए। मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि इसका कोई राजनीतिक लाभ नहीं मिलेगा। इसका प्रमाण यह है कि जो नीतीश कुमार जातीय सर्वे करवाने के बाद प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे थे वही भाग कर भाजपा में शामिल हो गए। अगर जातिगत सर्वे का राजनीतिक फायदा होता तो नीतीश कुमार भाग कर भाजपा में क्यों जाते?

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जातिगत सर्वे में जो परिणाम आए वो आपको क्या दिखाते हैं? जिन जाति समूहों के पिछड़ा और वंचित होने की बात पिछले 40 से 50 साल से कहीं जा रही है। उन समाज की राजनीति आर्थिक सामाजिक विकास हुए ही नहीं हैं। लालू-नीतीश ने तो जमीन पर पड़े कीचड़ को अपने मुंह में लगा लिया है।

लालू-नीतीश पिछड़े समाज का इतना भला चाहते हैं तो किसने इन्हें रोका था मुसलमानों और पसमांदा समाज के लोगों को गृह मंत्रालय देनें से? किसने नीतीश कुमार को रोका है नीतीश कुमार को महादलित से आने लोगों को सड़क और फाइनेंस मिनिस्टर बनाने से? अतिपिछड़ा समाज के किसी नेता को जल मंत्रालय देने से? लालू प्रसाद यादव लगभग 16 साल मुख्यमंत्री रहे किसी मुसलमान को गृह मंत्री नहीं बनाया किसी को पथ निर्माण मंत्री नहीं बनाया। इन जातियों के लोगों का इन्होंने एक्सप्लोइटेशन किया बेवकूफ़ बनाया मगर किया कुछ नहीं।

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