




ऐतिहासिक महाराजा पुस्तकालय जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण के 20 लाख की योजना में खानपुरी पर विफरी महापौर
भुगतान से पूर्व मानक गुणवत्ता पर आधारित निर्माण सुनिश्चित कराने का साइट इंचार्ज अभियंता को दिया आदेश

बेतिया:_महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि नगर के ऐतिहासिक धरोहर महाराजा हरेंद्र किशोर केंद्रीय पुस्तकालय जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण योजना में खानपुरी कत्तई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कार्य पूरा होने के बाद जांच करने पर ही भुगतान का निर्णय किया जाएगा। गुरुवार की शाम संवेदक के कार्य का निरीक्षण करने दलबल सहित पहुंचीं महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि करीब 19 लाख लागत से इस जर्जर धरोहर का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण योजना उनके लिए एक महत्वाकांक्षी ड्रीम प्रोजेक्ट है। उन्होंने वर्षों से इसके सही रखरखाव में कोताही और अब मानक गुणवत्ता युक्त निर्माण की निगरानी में उदासीनता के लिए उन्होंने पुस्तकालय प्रबंधन और पुस्तकालयाध्यक्ष की मंशा पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने पूछा कि बीते छह माह पूर्व से जारी कार्य की शुरुआत ही जर्जर छत की मानक पीसीसी ढलाई करने से होनी चाहिए। जबकि वॉल और छत की पेटिंग कर के दरारों को ढकने के प्रयास के बावजूद अनेक जगह खामी साफ दिख रही है। योजना में खिड़कियों का सीसा बदलना शामिल होने के बावजूद उसको ऐसे ही छोड़ दिया गया है। ऐतिहासिक धरोहर के जीर्णोद्धार में रूम की दीवारों का पुराना प्लास्टर हटाने, महाराजा हरेंद्र किशोर जी के प्रतिमा स्थल पर पेबर ब्लॉक की खानपुरी पर बिफरते हुए महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि एक बिंदु पर टीम गठित कर गुणवत्ता की जांच के बाद बाद ही भुगतान किया जाएगा। मौके पर मौजूद साइट इंचार्ज अभियंता सुजय सुमन को उन्होंने निर्देश दिया कि प्रक्कनल और एग्रीमेंट के आधार पर संपन्न और बाकी कार्य की बिंदुवार जांच कर संवेदक का भुगतान होगा


