अध्यक्ष सह सदस्य महोदय, राजस्व पर्षद बिहार पटना,
प्रधान सहायक काली करतूतों की हो जांच,
बेतिया, पश्चिमी चंपारण (ब्रजभूषण कुमार) : बेतिया राज बेतिया के प्रधान सहायक गजेन्द्र महतो समाहरणालय बेतिया से प्रतिनियुक्त हैं। लगभग तीन चार वर्ष पूर्व इनकी प्रतिनियुक्ति हुई है। अपने कार्यालय में इन्होंने राज के निचले स्तर के कर्मियों को मेल में लेकर उनकों अनैतिक कार्यों को अंजाम देकर लूट की है उक्त आरोप शाही कुमार राय, अध्यक्ष, पश्चिमी चंपारण किसान प्रकोष्ठ, कांग्रेस इसका आवेदन अध्यक्ष सह राजस्व पर्षद को अवगत कराते हुए कहा है कि उदाहरण के तौर पर मैं कुछ अनैतिक कार्य तथा लूट का जिक्र कर रहा हूँ, जो निम्नलिखित है :-
खेसरा नं. 5227 पर गवमेन्ट कॉलेज बेतिया का निर्माण कार्य चल रहा है। इस भूमि पर बेतिया राज जिलाधिकारी के न्यायालय तथा पटना उच्च न्यायालय से मुकदमा हार चुका है। प्रधान सहायक ने इस भूमि को आफताब आलम सहित पन्द्रह अतिक्रमणकारियों को राज का रेन्ट रसीद 04.12.2023 को निर्गत कर दिया है, जबकि राज
पर्षद से इस भूमि पर रेन्ट रसीद निर्गत करने पर 1992 से रोक है। पूर्व में एक बार इस भूमि पर दुकानदारों को राज की ओर से रेन्ट रसीद निर्गत किया गया था। राजस्व पर्षद ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए पत्रांक-3-20-16/955-1613 दिनांक 09.11.1995 के द्वारा तत्कालीन व्यवस्थापक से स्पष्टिकरण मांगा था। उसके बाद से बेतिया राज का कोई भी व्यवस्थापक या कर्मी रेन्ट रसीद निर्गत करने का दुस्साहस नहीं किया था। महतो के इस अनैतिक कृत्य से उनको लाखों लाख रूपये की कमाई तो हो गयी। परन्तु बिहार सरकार तथा मेडिकल प्रशासन के साथ राज का संघर्ष होने की आशंका भी प्रबल हो गयी है। चर्चा है कि प्रत्येक दुकानदार से कम से कम डेढ़-डेढ़ लाख रूपये की काली कमाई की गयी है। बेतिया राज बेतिया के व्यस्थापक ने ज्ञापांक 231 दिनांक 31.07. 2023 के द्वारा राज के पाँच पोखरा के वित्तीय वर्ष 2023-24 के ‘ राजस्व की विभागीय वसूली के लिए प्रधान सहायक की देख-रेख में तीन सिपाहियों की टीम का गठन किया। राजस्व की राशि नाजिर के पास जमा करने का आदेश भी हुआ। मई-जून में सिपाहियों ने प्रधान सहायक को वसूली गयी राशि भी दे दी। परन्तु प्रधान सहायक ने इस राशि को नाजिर के पास जमा नहीं किया जिससे यह राशि राज के खाते में जमा नहीं हो सकी। यह सीधे-सधि गबन का मामला है। व्यवस्थापक का आदेश पत्र संलग्न।बेतिया राज बेतिया के उत्तरवाहिनी मंदिर के परिसर से दो पुराने हरे पेड़ को प्रधान सहायक ने कटवाकर बेंच दिया। स्थानीय लोोगों ने बताया कि दो लाख से अधिक में इन पेड़ो की बिक्री की गयी। अखबार में प्रकाशित खबर में परोक्ष रूप से प्रधान सहायक को आरोपित किया गया है। यह गम्भीर जाँच का विषय है। अखबार के कतरन की छायाप्रति संलग्न।
सिपाही कृष्णा महतो को बरवत प्रक्षेत्र में कृषि कार्य के लिए ढ़ाई एकड जमीन राज द्वारा बाल सुधार गृह के पूरब आवंटित है। 8 आई 2024 01 04 17:28 द्वारा सहायक ने कृष्णा महतो से मिली भगत कर एक से डेढ़ एकड़ जमीन तीन लाख रूपये प्रति कट्ठा को बेंचवा दिया है। चूंकि यह भूमि बेतिया- अरेराज पथ के किनारे है, इसलिए यह कीमती भूमि है। बिक्री की गयी भूमि पर आलीशान भवन बने हैं। अभी भी निर्माण कार्य जारी है। इसे देखा जा सकता है। भवन और निमार्णाधीन भवन का फोटो संलग्न।वन प्रमंडल बेतिया को बेतिया राज बेतिया को पिलर और कंटीले तार से घेरकर सुरक्षित कर रहा था। मौके पर पहुँचे राज के प्रधान सहायक वन विभाग के अधिकारियों से उलझ गये और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने लगे। उन्होंने व्यवस्थापक को दिग्भ्रमित कर वन विभाग को अतिक्रमणकारी घोषित करने का आदेश निर्गत करा दिया। लेकिन मनीष कुमार सहित चार-पाँचअतिक्रमणकारियों ने भवन बना लिया और अभी भी बन रहा है। माना कि वन विभाग के पास किराया बाकी है, लेकिन यह सरकारी विभाग है, जबकि अतिक्रमणकारी सिर्फ अतिक्रमणकारियों के बचाव के बदले कई लाख रूपये की काली कमाई की गयी है। अखबार का कतरन संलग्न । महतो अपनी कारगुजारियों पर पर्दा डालने के लिए राजकर्मियों में हमेशा फूट डालने की कोशिश करते रहे हैं। इनकी काली करतूतों का कुछ उदाहरण मैंने यहाँ दिया है। इनकी करतूतों के बारे में और जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। कि श्री महतो की प्रतिनियुक्ति तत्काल प्रभाव से समाप्त करते हुए उच्च स्तरीय जाँच कराने का कष्ट करेंगे।