दो सौ यूनिट बिजली फ्री देने की गारंटी के साथ स्मार्ट मीटर द्वारा चोरी पर रोक लगाओ !
एक करोड़़ जरुरतमंद गरीबों को लघु उद्यमी योजना के तहत दो लाख रुपयें लेने के लिए 72 हजार रुपये का आय प्रमाण पत्र निर्गत करने का गारंटी करो – रवीन्द्र
बैरिया:__बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किये गये वादें, गरीबों को पांच डिसमिल जमीन और पक्का के मकान, एवं एक करोड़ जरुरतमंद गरीबों को लघु उद्यमी योजना के तहत दो लाख रुपये देने के मुद्दे को लेकर भाकपा (माले) रेड फ्लैग की बैरिया अंचल कमिटी की ओर से अंचलाधिकारी के समक्ष कॉ० भरत शर्मा की अध्यक्षता में एक दिवसीय धरना दिया गया। धरना को संबोधित करते हुये भाकपा (माले) रेड फ्लैग के राज्य सचिव कॉमरेड रवीन्द्र कुमार ‘रवि’ ने कहा कि 1951 में भूदान आन्दोलन का संस्थापक विनोबा भावे द्वारा चलाये गये आन्दोलन में,भूस्वामियों द्वारा हजारों एकड़ भूमि दान की गई और उस आन्दोलन का हस्र यह हुआ की भूस्वामियों का जो चट्टे-बट्टे थें भूमिहीनों के नाम पर भूदान में मिली हुयी जमीन को अपने नाम कर लिए जो आज वे सब जमीन्दार हैं। कॉमरेड रवीन्द्र ने कहा कि आज की तारीख में भाकपा माले की अनगिनत भागों में से एक पार्टी ऐसी भी है कि अपने जन्मकाल से महज एक दशक तक भूमि आन्दोलन के नाम पर छलांग लगाई थी।लेकिन वह आन्दोलन ऐसा लड़खड़ाया की सैकड़ों की संख्या में दलित और गरीबों की शहादतें हो गयी। आज वह पार्टी पुर्णतः सत्ता की दलाली करने पर उतर चुकी है। आगे राज्य सचिव ने कहा की बेतिया राज की जमीन पर बसे गरीब तबके के लोगों से दबंगई और कुछ लुच्चें-लफंगे के मातहत धनाढ्य लोगों ने औने पौने स्टाईलों में गरीबों को बेघर कर अपना आलिशान, आशियाना खड़ा कर लिए हैं, जब सरकार बेतिया राज की जमीन जो आज सरकारी हो चुकी है को खाली कराने की बात कर रही है तो फिर एकबार और तथाकथित एक राजनीतिक दल के लोगों द्वारा आशियाना वाले लोगों के लिए उस जमीन पर सरकारी मुहर लगाने की चापलूसी की जा रही है। आगे रवीन्द्र कुमार ‘रवि’ ने बिहार सरकार से यह मांग किया की सरकार चिन्हित कर लाखों भूमिहीनों को बेतिया राज की जमीन पर कागज देकर शीघ्र बासिगत करें। आगे उन्होंने कहा की सरकार की एक और वादा जो लघु उद्यमी योजना के तहत जरुरत मंद व्यक्तियों को दो लाख रुपये लेने के लिए 72 हजार रुपये का आय प्रमाण-पत्र निर्गत करने का रास्ता साफ करे चुकी प्रखंडों के कर्मचारी और अधिकारी जिसके पास एक शाम का रोटी का ठिकाना नहीं है उनके आय प्रमाण पत्र एक लाख से नीचे बनाने का नाम तक नहीं ले पा रहे हैं। कॉ० रवीन्द्र वतौर देश के पांच राज्यों में 200 यूनिट बिजली फ्री दी जा रही है, ठीक उसी तर्ज पर बिहार में भी यह सुविधा सरकार उपलब्ध कराते हुये स्मार्ट मीटर की चोरी पर अविलम्ब रोक लगाये।भाकपा (माले) के राज्य सचिव रवीन्द्र कुमार ‘रवि’ ने संघ,भाजपा को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि 6 दिसम्बर 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस से जो शिलशिला शुरू हुआ 2002 में गुजरात के जनसंहार से परवान चढ़ा और आज मोदी,शाह के शासनकाल में उस आग में और घी डालने का काम इस कदर किया गया की साम्प्रदायिकता का फन पूरे देश में जहर उगल रहा है। रेड फ्लैग के जिला सचिव महेन्द्र राम ने कहा की वर्ष 2014 से नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के शासनकाल झूठ और फरेबी का रहा है।पिछले एक दशक से भारतीय राजनीति में छल,प्रपंच, हत्या,अदालत मैनेजमेंट, नौकरशाही का बोलबाला रहा है। वैश्विक आर्थिक शक्तियों की धाराओं को नजदीक से देखा जाये तो स्पष्ट हो जाता है कि क्रोनी पूंजीवाद और लिबरल लोकतंत्र के बीच लड़ाई और धारदार हुयी है। भारत के परिप्रेक्ष्य में यह लड़ाई पूंजीवाद बनाम गरीबों के बीच और निखर रही है। भाकपा (माले) रेड फ्लैग के नौतन-बैरिया अंचल के प्रभारी भरत शर्मा ने संसदीय वाम दलों पर निशाना साधते हुए कहा की अगर संसदीय वाम दलें क्रान्ति के दूरगामी लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते है तो उन्हें भाजपा और कांग्रेस से समान्य दूरी बनाये रखने की जरुरत है। रेड फ्लैग के जिला नेता हरिशंकर प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी देते हुये कहा की यदि बिहार के गरीब, भूमिहीनों की मांगों पर सरकार शीघ्र अमल नहीं करती है तो आगामी 2025 के विधानसभा चुनाव में डबल इंजन की सरकार को वोट के माध्यम से भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। धरना को हरिशंकर प्रसाद, उदय पासवान, महेन्द्र राम,सीताराम राम, प्रियंका देवी,रामावती देवी आदि नेताओ ने भी संबोधित किया। अंत में भरत शर्मा, उदय पासवान, सोनालाल पासवान, रुस्तम राय,अनिता देवी,म०असीन,मंजूर अली राय,शफी आलम, फारुख राय सहित पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के नेतृत्व में 250 भूमिहीन व्यक्तियों और गरीबों का नाम का एक लिस्ट सहित 9 सूत्री मांगों का एक ज्ञापन महामहिम राज्यपाल के नाम से अंचलाधिकारी महोदय को सौपा गया। धरना में अख्तरी खातून, रसुला खातून, शुभान्ती खातछन, मो० हाकिम मियां, फारुख राय,उमरावती देवी, उर्मिला देवी सहित सैकड़ों व्यक्ति शामिल थें।