नगर निगम क्षेत्र में साफ सफाई की कंपनी पाथेया को हो रहे वजन के भुगतान में निगम के पहले से कार्यरत दो सौ सैंतीस सफाई कर्मियों का करीब 46 लाख प्रतिमाह के भुगतान का नहीं हो रहा समायोजन
- *पाथ्या एजेंसी के 5 करोड़ के समायोजन नहीं होने तक अगले किसी भुगतान पर तत्काल प्रभाव से लगाई रोक*
बेतिया: नगर निगम क्षेत्र में सफाई की आउट सोर्सिंग एजेंसी पाथेया को बीते करीब एक साल से करोड़ों के दोहरा भुगतान का खुलासा हुआ है। शुक्रवार को संपन्न सशक्त स्थाई समिति की बैठक में प्रस्तुत संचिकाओंं के अवलोकन के बाद नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बताया कि निगम के सरकारी खाते से नगर आयुक्त और अन्य की मिली भगत में बीते करीब एक साल में करोड़ों की सरकारी राशि का बंदरबांट और घोटाला हुआ है। महापौर ने बताया स्थाई और अनुबंधित को मिलाकर कुल 237 सफाई कर्मियों के कचरा उठाव का 46 लाख भुगतान भी सफाई एजेंसी पाथेया को दोहरा कर देने की बात सशक्त समिति सदस्यों के द्वारा संचिकाओं के अवलोकन से उजागर हुई है। महापौर ने बताया कि नगर निगम बोर्ड के भंग रहने के दौरान 1,560 रुपया प्रति टन कूड़ा तौल के दर से भुगतान नगर निगम क्षेत्र में साफ सफाई की कंपनी पाथेया को हर माह हो रहा है। इसमें नगर निगम के पहले से चले आ रहे स्थाई एवं अनुबंधित दो सौ सैंतीस सफाई कर्मियों को प्रतिमाह 46 लाख रूपये भुगतान का समायोजन नहीं किया जा रहा है। उनके द्वारा उठाए गए कूड़े एवं कचरे का भुगतान भी पाथ्या को वजन कर कर दिया जा रहा है, जबकि उसका अलग से भुगतान नगर निगम कर रही है। साथ ही एजेंसी द्वारा रोज उठाए गए कचरे के एवज में भुगतान लगातार नगर आयुक्त द्वारा किया जाता रहा है। महापौर ने कहा कि निगम कार्यालय की में अरसे से जारी लूट को छूट के ‘खेल’ पर शिकंजा कसने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। महापौर ने बताया कि इसको लेकर सशक्त स्थाई समिति ने सर्व सम्मत निर्णय लिया है कि करीब 11 माह से काम कर रहे पाथ्या एजेंसी के बीते 11 माह का प्रतिमाह 46 लाख रुपए के हिसाब से करीब 5 करोड़ रूपये के समायोजन होने के बाद ही पाथ्या एजेंसी को कोई भुगतान होगा। इस घोटाले की उच्च स्तरीय जांच भी हो रही है। इसके साथ ही नगर निगम सफाई कर्मियों को मासिक भुगतान, निगम के सरकारी सफाई वाहनों का इंधन और मेंटेनेंस के नाम पर हुए भुगतान, 365 दिन काम नहीं होने को लेकर भी कारण पृक्षा का निर्णय सर्व सहमति से सशक्त स्थाई समिति ने लिया है। इसके साथ ही खेद जताते हुए श्रीमती सिकारिया ने यह भी बताया कि विगत 06 जून को ही नगर निगम के 29 माननीय वार्ड पार्षदगण द्वारा नगर निगम बेतिया में 18 जुलाई 2022 के बाद से विभिन्न उपकरणों की खरीदारी के संबंध में एक आपत्ति पत्र अधोहस्ताक्षरी के विचारार्थ लाया गया है। जिसमे मुख्य रूप से ई- रिक्शा की खरीदारी, स्टेनलेस स्टील डस्टबीन की खरीदारी,लोहे के डस्टबीन की खरीदारी, डोर टू डोर कचरा कलेक्शन हेतु छोटी गाड़ी की खरीदारी, साज सज्जा, रंग रोगन, फर्नीचर तथा अन्य उपस्करो की खरीदारी के दर एवं पाथ्या कंपनी के सन्दर्भ में कड़ी आपत्ति कर्ज कराते हुए जांच व विधि सम्मत कार्रवाई का अनुरोध किया था। श्रीमती सिकारिया ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र की सम्मानित जनता के कर अदायगी और सरकारी आवंटन के लूट की छूट पर नगर निगम सशक्त स्थाई समिति, बोर्ड और आम जनता जनार्दन के दम पर अंकुश लगाने और जिम्मेदार कर्मचारियों, अधिकारियों और पाथ्या एजेंसी से कारण पृक्षा कराने का निर्णय लिया है। इन निर्णयो के साथ बैठक को कल शनिवार के लिए स्थगित किया गया है।