प्रेस क्लब में पत्रकारों ने श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर दिवंगत पत्रकार विजय श्रीवास्तव को दी श्रद्धांजलि

 

दरभंगा(ब्यूरो रिपोर्ट):_पिछले दो दशकों से विभिन्न मीडिया हाउस में काम कर चुके वरिष्ठ पत्रकार विजय कुमार श्रीवास्तव का पिछले दिनों 12 सितंबर को इलाज के दौरान निधन हो गया था।उनके याद में शनिवार को प्रेस क्लब दरभंगा में पत्रकारों ने एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया।

इस मौके पर सभी ने दिवंगत आत्मा के तैलीय चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि दी।इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार कौशल किशोर कर्ण की अध्यक्षता में एवं पत्रकार राहुल कुमार गुप्ता के संचालन में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।जहां उप निदेशक सह प्रभारी जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सत्येन्द्र प्रसाद ने दिवंगत पत्रकार को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि विजय श्रीवास्तव ने पत्रकारिता को बहुत कुछ दिये।वे प्रखर व ईमानदार थे।वे पत्रकारिता के मजबूत नीब रखें, ऐसे लोग हमेशा याद किए जाएंगे।

वरिष्ठ पत्रकार संजय मिश्र ने कहा कि विजय श्रीवास्तव, ईटीवी के समय से ही मुझे अभिभावक के भाव से देखते थे।जब भी मैं दरभंगा आता तो वे मुझे खोजकर मिलते और समय विताते ।विजय समाचार लेखन में काफी तेज थे।मौके पर वरिष्ठ पत्रकार बिपिन कुमार ने कहा कि विजय जी जब पहली बार दरभंगा आये थे, तो उसी समय से ही साथ काम करते थे। वे काफी दबाव में भी मीडिया हाउस में काम करते रहे।उनकी लेखनी काफी अच्छी थी। एक समय ऐसा था जब उनकी खबर दरभंगा पत्रकारिता के इर्द-गिर्द घूमता रहा। मगर आज उनके जाने के बाद उन्हें क्या मिला। बेहतर पत्रकारिता करके गए हैं, उन्हें लंबे दिनों तक याद रखा जाएगा।वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार ने कहा कि परिवार के बाद ही पत्रकारिता है। विजय जी ने पत्रकारिता के सामने परिवार को नहीं समझा।

इसके बावजूद भी पारिवारिक जिम्मेदारी संभालते रहे। खबर की जानकारी मिलते ही वे खाना पीना छोड़कर खबर के लिए निकल पड़ते थे।वरिष्ठ पत्रकार राकेश कुमार ‘नीरज’ ने कहा कि पत्रकारिता में हम सभी अकेला हैं।यहां कोई किसी का साथी नहीं है।पत्रकारिता को जीवन यापन का साधन नहीं बना सकते।

विजय जी ने पत्रकारिता ईमानदारी से किया।वरिष्ठ पत्रकार अभिषेक कुमार ने कहा कि पत्रकारों की आर्थिक स्थिति हमेशा कमजोर होती है। विजय भैया ने पत्रकारिता को व्यवसाय के अपेक्षा सेवा की भावना से करने की बात सिखाई। पत्रकारों के जीते जी अगर कोई समस्या हो तो सभी को मिलकर उसका साथ देना चाहिए।वरिष्ठ पत्रकार शशि नाथ सिंह ने कहा कि पत्रकारिता के साथ-साथ घर परिवार के लिए एक नई व्यवसाय करने की जरूरत है। पत्रकार अभिनव सिंह ने कहा कि विकट परिस्थिति में भी जब सभी साथ छोड़ दिये तो विजय भैया हमेशा साथ रहते थे।वरिष्ठ पत्रकार पंकज महासेठ ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में ही कई साथियों के अचानक चले जाने से मन दुखी है।वरिष्ठ पत्रकार सुनील भारती ने कहा कि विजय भैया के साथ वर्ष 2007 से ही सीखने का मौका मिला। वे हमेशा अभिभावक के समान सहयोग करते थे।वरिष्ठ पत्रकार इम्तियाज अहमद ने कहा कि विजय जी अपने और अपने परिवार से पहले खबरों को प्राथमिकता देते थे।

मौके पर पत्रकार मुकेश कुमार,राकेश कुमार नीरज,कौशल किशोर कर्ण, संजय मिश्रा,अमित सिंह, गिरीश कुमार,अभिषेक कुमार, अभिनव सिंह,राहुल कुमार गुप्ता,विपिन कुमार ‘पप्पू’, सुनील भारती,पंकज महादेव,संजय मंडल उर्फ गुड्डू,रविंद्र कुमार, इम्तियाज अहमद, तुलसी झा, सौरभ झा,अब्दुल कलाम उर्फ गुड्डू,राकेश झा,दीपक झा, जी.एम.फिरोज,मो.सरफराज आलम,अमर कुमार मिश्रा,रोहित गुप्ता,राजकुमार रंजन,राजीव कुमार राजू,रमेश शर्मा,सूरज कुमार,राहुल जगजीत,धीरेंद्र मिश्रा, बैजनाथ झा उर्फ बैजू, चंद्रप्रकाश कर्ण, अशोक लाल देव,नवीन कुमार,नीरज कुमार राय,चिंटू चौधरी,विवेकानंद सिंह समेत कई पत्रकारों ने दिवंगत पत्रकार को श्रद्धांजलि दी।

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