



दरभंगा:-यह सड़क जो आप देख रहे हैं यह सड़क आज से लगभग 20 से 25 दिन पूर्व बनकर तैयार हुआ है प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से, इसके शिलान्यास के समय मधुबनी के सांसद अशोक यादव ,पूर्व मंत्री सह जाले विधायक जीवेश कुमार, केवटी विधायक मराठी मोहन झा और कई जिला परिषद प्रतिनिधि ने भी भव्य रूप से शिलान्यास किया था लेकिन प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना बनने के एक महीना बाद ही टूटने लगी और मौसम की पहली बरसात नहीं झेल पाई जबकि इसकी 5 साल के रखरखाव के लिए लगभग 36 लाख रुपए आवंटित किए गए हैं और लगभग चार करोड़ की राशि से बनकर यह लगभग साढ़े 5 किलोमीटर की पीसीसी सड़क तैयार हुआ है, सड़क निर्माण होने के बाद एक साल भी ना चले यह किस प्रकार का सड़क निर्माण होता है क्या मौसम को देखकर सड़क निर्माण नहीं होता है या फिर भ्रष्टाचार का भेंट यह सड़क चढ़ गया लेकिन केंद्र सरकार की योजना और केंद्र सरकार भ्रष्टाचार के विरुद्ध काम करती है तो यह सड़क भ्रष्टाचार का भेंट कैसे चढ़ गया , यह भी एक बड़ा प्रश्न है , ग्रामीणों का कहना है कि प्रारंभ में ही काम सही ढंग से नहीं किया गया जिसके कारण अब सड़क टूटने लगी है कोई भरी गाड़ी यदि सड़क के कोर से चला जाए तो वह कोर टूट जाता है और कई जगह बीच में भी टूटने लगा पहली बरसात में , सड़क शिलान्यास तो भव्य रूप से हुआ और शिलान्यास के समय में सांसद और विधायक भी आए पर सड़क की मजबूती नहीं दिखी तो फिर भ्रष्टाचार कहां है और इसकी निगरानी क्या संसद और विधायक जी नहीं करेंगे जिनकी उपस्थिति में शिलान्यास का कार्य हुआ जब कभी संवेदक को फोन किया जाता है तो मैसेस कुंवर कंस्ट्रक्शन के कर्मी फोन नहीं उठाते हैं और उठाते हैं तो टाल मटोल करते हैं , क्या ऐसे संवेदक पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए यह तो सांसद और विधायक जी ही बताएंगे,b आपको बता दे यह सड़क अहियारी RCD रोड से मघपुर ट्रैक्टर तक बनाई गई है जो दरभंगा जिला के सिंहवारा प्रखंड के अंतर्गत आता है !
बारिश होते ही सड़क का हुआ बुरा हाल चढ़ गया भ्रष्टाचार की भेंट भ्रष्टाचार होना भारत में कोई बहुत बड़ी बात नहीं है लेकिन जब भ्रष्टाचार में इतना ज्यादा संलिप्त हो जाएं कि पता ही नहीं हो काम क्या करना है जिसका जीता जागता नमूना टेकटार पंचायत से होते हुए अहियारी जाती हुई सड़कों का है बता दें कि सड़क का बजट लगभग 4 करोड़ के आसपास का है तथा इसके तथा कई गणमान्य लोग की मौजूदगी में हुआ सड़क का निर्माण भी हुआ जिन जगहों पर ढलाई होना चाहिए था वहां ढलाई भी हुआ तथा जहां पीसीसी होना था वहां पीसीसी अर्थात सड़क भी बनाया गया लेकिन बारिश होते ही सड़कों का बुरा हाल हो गया सड़क मानो और रसातल में जाने को तैयार है जगह जगह पर सड़क एक बारिश भी नहीं झेल पाई और टूट कर बिखर गई अगर उस पर जोर से कोई व्यक्ति छलांग लगाए तो वह सड़क टूटकर कई टुकड़ों में बदल जाएगी वहां के लोगों में पंचायत समिति मोहम्मद गुड्डू तथा अन्य ग्रामीणों ने बताया कि चार करोड़ 75 लाख की लागत वाला यह सड़क 15 दिन भी नहीं झेल पाया और दम तोड़ दिया सड़क जगह से टूट चुका है जिसके कारण बहुत ही दयनीय स्थिति हो गई इस विषय में पंचायत समिति ने बताया कि उन्होंने इसको लेकर कई बार ठेकेदार से बात भी किया परंतु इसका कोई असर नहीं हो रहा है सड़क के निर्माण के समय में भी ठेकेदार को सही मात्रा में पदार्थ देकर सड़क निर्माण करने के लिए कहा गया परंतु ठेकेदार बातों को अनसुना करते हुए जैसे तैसे सड़क बनाकर चला गया खामियाजा यह है कि यह सड़क 15 दिन भी नहीं झेल पाया और टूटकर पूरी तरह बिखर गया ग्रामीण कहते हैं कि जाले, केवटी, सिंहवाड़ा के अंचलाधिकारी को आकर्षक की जांच करनी चाहिए तथा सड़क में हुए भ्रष्टाचार की क्षमता पर ठोस कदम उठाना चाहिए राकेश पटवा ने बताया कि हम लोग का सड़क जो बनाया गया है उसे सड़क का बड़ा स्थित है इससे अच्छा तो हम लोग का सड़क पहले ही ठीक था हम लोग सभी जन प्रतिनिधि से मांग करते हैं की टेकटार पंचायत निवेदन है कि आकर देखें

