दरभंगा (नंदू ठाकुर) :_पूर्व मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्र की पांचवीं पुण्यतिथि पर विद्यापति सेवा संस्थान ने सोमवार को शोक संवेदना जताई। संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक के उन्नयन के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों यथा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, संस्कृत शिक्षा बोर्ड व मैथिली अकादमी की स्थापना सहित विभिन्न महाविद्यालयों के अंगीभूतीकरण में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा ने कहा कि एक कुशल प्रशासक, प्रखर वक्ता, लोकप्रिय राजनेता एवं महान अर्थशास्त्री के रूप में वे हमेशा जीवंत बने रहेंगे। संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डा बुचरू पासवान ने कहा कि दरभंगा में आकाशवाणी का शुभारम्भ करने एवं कार्यकर्ताओं को निरंतर अपने हाथ की लिखी चिट्ठी भेजने के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा ने उन्हें परोपकारी राजनेता एवं कुशल अर्थशास्त्री के रूप में याद किया।
प्रो जीव कांत मिश्र ने कहा कि मिलनसार स्वभाव वाले नेता एवं गरीबों के मसीहा के रूप में वे सदा याद किए जाएंगे। प्रवीण कुमार झा ने उन्हें अध्ययनशील राजनेता बताते कहा कि शिक्षा, राजनीति एवं अर्थशास्त्र के क्षेत्र में दिया गया उनका योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा।
शोक जताने वाले अन्य लोगों में डाॅ महेन्द्र नारायण राम, प्रो चंद्रशेखर झा बूढ़ा भाई, विनोद कुमार झा, प्रो विजय कांत झा, डॉ उदय कांत मिश्र, डॉ गणेश कांत झा, दुर्गानंद झा, आशीष चौधरी, पुरुषोत्तम वत्स, मणिभूषण राजू आदि शामिल थे।