जिलाधिकारी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक आयोजित 

 प्रखंड को पंचायत स्तर पर होम डिलीवरी मुक्त बनाने का दिया गया निर्देश

-सभी अस्पताल द्वारा उपस्थित लोगों को उपचार के बाद तत्काल दवा उपलब्ध कराने का मिला निर्देश

-एईएस चमकी से शिशुओं को सुरक्षित रखने के लिए अलर्ट मोड रहेंगे सभी अस्पताल

-जिले के 03 अस्पताल के जांच प्रयोगशाला को सीएमसी वेलौर द्वारा मिला प्रमाणीकरण

कटिहार:_जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा द्वारा शनिवार को समाहरणालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक आयोजित हुई। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रखंड अस्पतालों द्वारा ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्य लाभ उपलब्ध कराते हुए विभिन्न बीमारियों के ग्रसित होने से सुरक्षित रखने का आवश्यक निर्देश दिया गया। इस दौरान डीएम सभी प्रखंड में संचालित अस्पतालों द्वारा उपस्थित लोगों को मिलने वाले स्वास्थ्य लाभ की जानकारी प्राप्त करते हुए लोगों को सभी स्वास्थ्य सुविधाओं का आसानी से नजदीकी अस्पताल में लाभ उठाने के लिए समुदाय स्तर पर कार्यरत आशा और आंगनवाड़ी कर्मियों द्वारा जागरूक करने का निर्देश दिया गया। इसमें लिए जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने सभी प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारियों को आशा द्वारा गर्भवती महिला और बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी नियमित रूप से ट्रैकिंग करते हुए जरूरतमंद लोगों को नजदीकी अस्पताल में स्वास्थ्य सहायता का लाभ लेने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने कहा कि गर्भवती महिला और नवजात शिशु के स्वास्थ्य की जानकारी स्थानीय आशा के माध्यम से प्रखंड स्वास्थ्य विभाग को नियमित रूप से रिपोर्ट करना सुनिश्चित करना है। इससे पंचायत स्तर पर मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित रखा जाएगा और माँ और बच्चे स्वस्थ और सुरक्षित रह सकेंगे। बैठक में जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा द्वारा प्रखंड स्वास्थ्य विभाग को साप्ताहिक रूप से पंचायत स्तर पर के गर्भवती महिला के स्वास्थ्य की जानकारी जिला स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट करते हुए सभी गर्भवती महिलाओं के प्रसव पीड़ा होने पर नजदीकी अस्पताल से विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपस्थिति में प्रसव सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारियों को गर्भवती महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी नियमित रूप से ट्रैक करते हुए सभी प्रखंड के पंचायत को होम डिलीवरी मुक्त बनाने का निर्देश दिया गया है। सभी गर्भवती महिलाओं का शत प्रतिशत प्रसव स्थानीय आशा द्वारा नजदीकी अस्पताल में ही सुनिश्चित कराना सुनिश्चित करने का जिलाधिकारी द्वारा विशेष निर्देश दिया गया है। सभी प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा साप्ताहिक रूप से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की समीक्षा करते हुए प्रति सप्ताह जिला स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है। पंचायत स्तर पर एएनएम द्वारा गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व जांच के दौरान उच्च जोखिम उठाने वाले गर्भवती महिलाओं की लाइन लिस्ट तैयार करते हुए बीसीएम के माध्यम से जिला स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट करने का जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया है। उच्च जोखिम उठाने वाले महिलाओं की नियमित रूप से प्रसव पूर्व जांच सुनिश्चित करते हुए संबंधित महिलाओं का प्रसव नजदीकी अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपस्थिति में करवाने का निर्देश दिया गया है जिससे कि मां और नवजात शिशु के स्वस्थ की जानकारी समय पर देखते हुए संबंधित लाभार्थियों को चिकित्सकों द्वारा आवश्यक चिकित्सिकीय सहायता उपलब्ध कराई जा सके और माँ और बच्चा स्वस्थ और सुरक्षित रह सके।

जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की आयोजित मासिक समीक्षा बैठक में सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह, एसीएमओ डॉ जे पी सिंह, डीपीएम डॉ किशलय कुमार, जिला सुपरिटेंडेंट, एनसीडीओ, डीआईओ, सीडीओ और सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम, बीसीएम, प्रखंड एम&ई और अन्य स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित रहे।

लोगों को उपचार के बाद तत्काल दवा उपलब्ध कराने का मिला निर्देश :

जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा द्वारा समीक्षा बैठक में सभी प्रखंड और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को उपचार के बाद एस्सेडिंग ड्रग लिस्ट के अनुसार दवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए सभी स्वास्थ्य संस्थाओं पर जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित रूप से दवा उपलब्ध रखने का आवश्यक निर्देश दिया गया है। समीक्षा बैठक में उपस्थित नहीं होने के कारण जिलाधिकारी द्वारा सदर अस्पताल उपाधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी समेली और डंडखोरा एवं बीसीएम फलका, हसनगंज और डंडखोरा को कारण पृच्छा का निर्देश दिया गया है।

एईएस चमकी से शिशुओं को सुरक्षित रखने के लिए अलर्ट मोड रहेंगे सभी अस्पताल :

समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा द्वारा एईएस चमकी से बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए सभी अस्पताल को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है। इसके लिए बिहार सरकार द्वारा आवश्यक निर्देश जारी किया गया है जिसके लिए प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य विभाग को तैयार रहने की जरूरत है। लोगों को एईएस चमकी के प्रति जागरूक करने के लिए पंचायत स्तर पर चौपाल आयोजित करते हुए स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया गया है। सभी प्रखंड में कंट्रोल रूम बनाते हुए प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा साप्ताहिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की मॉनिटरिंग कर संबंधित रिपोर्ट जिला स्वास्थ्य विभाग को भेजना सुनिश्चित करने का आवश्यक निर्देश दिया गया है।

जिले के 03 अस्पताल के जांच प्रयोगशाला को सीएमसी वेलौर द्वारा मिला प्रमाणीकरण :

समीक्षा बैठक में बताया गया कि जिले के 03 अस्पताल में संचालित जांच प्रयोगशाला को सीएमसी वेलौर द्वारा प्रमाणीकरण दिया गया है। इसमें सदर अस्पताल कटिहार के साथ साथ अनुमंडल अस्पताल बारसोई और मनिहारी में संचालित जांच प्रयोगशाला में उपस्थित स्वास्थ्य सुविधा के कारण सीएमसी वेलौर द्वारा संबंधित प्रखंड जांच प्रयोगशाला को ईक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया गया है जिससे सम्बंधित अस्पताल में उपलब्ध जांच गुणवत्ता प्रमाणित साबित होता है। इसमें स्थानीय लोगों को प्रखंड स्तरीय अस्पताल में बेहतर जांच रिपोर्ट के बाद बेहतर स्वास्थ्य सहायता का लाभ उपलब्ध होने का लाभ मिल सकेगा और लोग समय पर जांच और उपचार का लाभ उठाते हुए स्वस्थ और सुरक्षित रह सकेंगे।

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