




दरभंगा:_आज संविधान बचाओ लोकतंत्र बचाओ देश बचाओ अभियान दरभंगा बिहार के तत्वाधान में जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पर्यटकों की निर्मम हत्या के विरोध में दिनांक 23 अप्रैल 2025 को संध्या 6: बजे निम चौक से राम जानकी मंदिर होते हुए कोतवाली चौक 5 नाका दरभंगा तक,काजिए शहर अरशद रहमानी इमारतें शरिया की अध्यक्षता एवं संयोजक सह पार्षद नफीसुल हक़ रिंकू के नेतृत्व में, कैंडल मार्च निकाली गई जिसमें सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
नफीसुल हक़ रिंकू ने कहा कि नैतिकता के आधार पर देश के गृह मंत्री को अविलंब इस्तीफा दे देना चाहिए जम्मू कश्मीर में हुए इस हमले की जितनी निंदा की जाए कम है। धारा 370 का हवाला देते हुए देश के पटल पर ना जाने कितनी दफा जम्मू कश्मीर से आतंकी एवं आतंकवाद के समापन की बात खुले मंच से कहा है। रियाज खान कादरी ने कहा आतंकवादियों ने जिस तरह की यह घटना को अंजाम दिया है इस पर केंद्र सरकार को शक्ति के साथ कार्रवाई करनी चाहिए चाहे वह आतंकवादी अपने देश का हो या बाहर किसी दूसरे मुल्क से आया हो इस तरह की घटना को आतंकवादियों ने अंजाम दिया यह इंसानियत से गिरी हुई बात है कोई भी इंसान किसी की हत्या करते हुए 10 बार सोचता है लेकिन वहां लगातार गोलियों की आवाज आती रही और आतंकवादी अपने घिनौना काम को अंजाम देती रही पूरे मुल्क इस घटना के निंदा करता है और और इस घटना में शामिल तमाम आतंकवादियों को कड़ी से कड़ी सजा कि केंद्र सरकार से गुहार करता है जमाल हसन ने अपना आक्रोश दिखाते हुए जल्द से जल्द आतंकवादी गतिविधियों पर शक्ति से निपटने की मांग की।

मुन्ना खान ने कहा कि यह बहुत निंदनीय घटना है आतंकवाद का इंसानियत से कोई लेना देना नहीं होता आज जिस तरह की घटना पहलगाम में हुई है उसे पूरा देश सदमे में है कश्मीर हमारे देश का वह हिस्सा है जिसे लोग जन्नत कहते हैं। 28 लोगों के निर्मम हत्या कर दी गई और दर्जनों लोगों को घायल किया गया यह ऐसी घटना है की जिसको सुनने के बाद रूह कांप जाती है ऐसे घोर अपराध करने वाले आतंकवादियों की पहचान कर के इन पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए और कठोर से कठोर सजा दी जाए। सैयद आफताब अशरफ ने कहा कि आतंकवादियों द्वारा मारे गए पर्यटकों के परिवार के प्रति हम संवेदना व्यक्त की ख़लीकुज जमा पप्पू ने कहा आज पूरा देश वर्तमान की भाजपा सरकार से जानना चाहती है कि आखिर कब तक इस प्रकार की निर्मम हत्याएं होती रहेंगी। अमजद उर्फ पप्पू खान ने कहा आखिर इस सभी पर्यटकों का क्या कसूर था जिन्होंने अपनी जान गंवाई है।

अगर वर्ष 2024 की बात करें तो केवल दिसंबर तक कुल 15 आतंकी हमले हुए हैं जिसमें 11 नागरिकों एवं 17 सुरक्षाकर्मियों ने अपनी जान गंवाई थी। महज पिछले 3 वर्षों में कुल 32 आतंकी हमले हुए हैं, और सरकार केवल और केवल आतंकवाद के समाप्त होने की बात करती, और जम्मू कश्मीर की ज़मीनी हकीकत लगातार सामने आती रही है । अनुरेश चन्द्र ने कहा कि इन्होंने नोटबंदी से भी आतंकवाद को समाप्त करने की बात कही थी वर्तमान की केंद्र सरकार इस देश के लोगों को मुद्दे से भटकना चाहती हैं। फिरोज आलम ने कहा वर्ष 2014 से अब तक देश के प्रधान मंत्री, नरेंद्र मोदी जी ने एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं किया विगत दिनों हुए आतंकी हमले हुए हैं और देश के प्रधान मंत्री जी को प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए और उन्हें देश को बताना चाहिए कि । रजनीश चौबे ने कहा कि धारा 370 का हवाला कब तक दोहराई जाएगी। साथ ही जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में पर्यटकों की निर्मम हत्या हुई है जिन्होंने भी अपनी जान गवाई है सरकार की नाकामयाबियों का शिकार हुई है उन्हें केंद्र सरकार की ओर से उचित मुआवजा की मांग करते हैं। इस कैंडल मार्च में सिर्फेआलम तमन्ने, अधिवक्ता मुमताज़ आलम, ख़लीकुज जमा उर्फ पप्पू खान, अमजद उर्फ पप्पू खान, इकबाल हसन रिशु, जमाल हसन, मुन्ना खान, आफताब अशरफ, रियाज़ खान कादरी, खालिद हुसैन, मोo उमर, रजनीश चौबे, अनुरेश चंद्र, राजू पासवान, सचिन राम, दुलारे दीप, कमरे आलम, आरजू उर्फ, राजा अंसारी, मो इरशाद, मोo जावेद, मोo अशरफ, मोo वशीद अहमद, मोo रिजवी, कमर आलम उर्फ तारा, नौशाद अहमद, मोo दस्तगीर, मोo उस्मान, सहित सैकड़ों लोग इस कैंडल मार्च में शामिल हुए।

