● कोई हारा नहीं, जीत केवल खेल भावना की हुई,
● पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय पुरुष हैंडबॉल प्रतियोगिता में शिखर पर रहा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा,
दरभंगा (ब्यूरो रिपोर्ट): ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति महोदय प्रो. संजय कुमार चौधरी ने कहा है कि युवा पीढ़ी अपने अंदर खेल भावना विकसित कर जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकती है। कुलपति सोमवार की देर रात डॉ. नागेंद्र झा स्टेडियम में पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय पुरुष प्रतियोगिता के समारोह को संबोधित कर रहे थे। खेल के साथ ही इस प्रकार के आयोजन के प्रति अपनी शत-प्रतिशत प्रतिबद्धता दर्शाते हुए उन्होंने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमारे विश्वविद्यालय की टीम प्रतियोगिता में प्रथम रही, लेकिन खेल में न कोई हारता है और ना जीतता है। जीत केवल खेल भावना की होती है, इसे सुनकर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी सहित आरा और मुंगेर विश्वविद्यालय के जुझारू खिलाड़ी भी भावुक हो गए, जिन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया था। कुलपति ने विजेता, उपविजेता ट्राफी के साथ ही व्यक्तिगत पुरस्कार से भी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।
इस अवसर प्रतियोगिता के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शिक्षकों, कर्मियों और खिलाड़ियों को भी कुलपति ने सम्मानित किया। उन्होंने कुलानुशासक सह खेल पदाधिकारी प्रो. अजयनाथ झा की अद्भुत प्रबंधन क्षमता की खुले मंच से सराहना कर पदाधिकारियों और कर्मियों को प्रेरित भी किया। कुलपति ने रात होने के बावजूद देर तक प्रतिभागियों के साथ बैठ कर उनका मनोबल बढ़ाया। इससे पूर्व प्रतियोगिता के संगठन सचिव सह उप खेल पदाधिकारी अमृत कुमार झा ने टीम रैंकिंग की घोषणा किया तो ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के प्रथम स्थान की उद्घोषणा का दर्शकों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया।
काशी विद्यापीठ वाराणसी ने द्वितीय, मुंगेर विश्वविद्यालय मुंगेर ने तृतीय और वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा ने चौथा स्थान प्राप्त किया। प्रो. अजयनाथ झा के संचालन में कुलसचिव डॉ. अजय कुमार पंडित ने अतिथियों का स्वागत किया। उपकुलसचिव प्रथम डॉ कामेश्वर पासवान ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर संकायाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार बच्चन, वित्तीय परामर्शी डॉ. दिलीप कुमार, प्रो. अशोक कुमार मेहता, एम. एल.
एस. एम. कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. शंभू यादव, एम. के. कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. मो. रहमतुल्लाह व सीसीडीसी डॉ. महेश प्रसाद सिन्हा आदि भी उपस्थित थे।