




दरभंगा(रविकांत ठाकुर):_संस्कृत विश्वविद्यालय के बहुउद्देश्यीय भवन में शिक्षा शास्त्र विभाग की एनएसएस इकाई द्वारा योग, स्वास्थ्य व स्वच्छता विषय पर गुरुवार को आयोजित विशेष शिविर के समापन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कुलपति प्रो0 लक्ष्मी निवास पांडेय ने कहा कि बिना सेवा भावना से यह योजना सफल नहीं होगा। इसलिए मन से समाजिकता के साथ साथ राष्ट्रीयता भी निभानी है। साथ ही उन्होंने संस्कृत सम्भाषण कार्यक्रम को अधिक से अधिक करने की सलाह दी। उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि दो वर्षीय बीएड की सफलता की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने स्वयं सेवकों के बीच प्रमाण पत्र भी बांटे। वहीं, भू सम्पदा पदाधिकारी डॉ उमेश झा ने कहा कि बच्चों को अपने से भी बेहतर बना देना ही अच्छे गुरु की सफलता है। गुरु को हमेशा छात्रों के प्रति वात्सल्य भाव रखनी चाहिए। एनएसएस पदाधिकारी डॉ सुधीर कुमार झा ने कहा कि सेवा कहने या फिर सुनने में बहुत आसान लगता है लेकिन इसे व्यवहार में लाना कठिन है। बावजूद इसके स्वयंसेवकों से बेहतरी की उम्मीद की जाती है जिसपर सभी खड़े उतरते रहे हैं। वहीं प्रो0 पुरेन्द्र वारीक ने योग, स्वच्छता व स्वास्थ्य पर प्रकाश डाला। धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रीति रानी ने प्रस्तुत किया। शिविर का उद्घाटन 30 मई को किया गया था। मौके पर सभी वक्ताओं ने स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में शिक्षा शास्त्र विभाग के एनएसएस समन्वयक पवन सहनी सहित अन्य शिक्षक व कर्मी संजीव कुमार, अमन राय, गोपाल कुमार महतो,अनामिका कुमारी, श्रीधर कुमार, राकेश कुमार, अरुण कुमार शर्मा के अलावा सभी छात्र भी मौजूद थे। मौके पर स्नातकोत्तर विभागों के भी अधिकांश शिक्षक उपस्थित थे।

