इमारत ए शरिया वक्फ कानून के खिलाफ मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के निर्णय के साथ: मौलाना शिबली कासमी

 

सुप्रीम कोर्ट से नहीं मिला इंसाफ तो उतरेंगे सड़कों पर, करेंगे चक्का जाम:_ नजरे आलम

दरभंगा :_ सोमवार को दरभंगा में इमारत ए शरिया बिहार, उड़ीसा, झारखंड के महासचिव मौलाना शिबली अलकासमी की अध्यक्षता में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के निर्देश पर “तहफ्फुज-ए-औकाफ” पर प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर नए वक्फ कानून के खिलाफ अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि वह इस कानून को बर्दाश्त नहीं करेंगे | ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का जो भी निर्णय होगा उसके साथ इमारत ए शरिया खड़ी रहेगी | विरोध प्रदर्शन को लेकर जो गाइडलाइंस मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने जारी किया है और आगे जो भी जारी किया जाएगा उसमे हमारी भूमिका सबसे आगे रहेगी | साथ ही उन्होंने इस कानून को समर्थन देने वाली मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नायडू और चिराग पासवान की पार्टी पर भी हमला बोला और कहा के इन लोगों को बिल का समर्थन नहीं करना चाहिए। वहीँ ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवां के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम ने कहा कि लगातर केंद्र की सरकार हमारी शरियत में दखल अंदाजी कर रही है जो अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है | हम अब वक्फ पर बनाए गए काले कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं | उन्होंने कहा कि वह 16 अप्रैल के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं जिसके बाद हम पूरे बिहार में घूमकर संविधान पर विश्वास रखने वाले लोगों को इकट्ठा कर किसान आंदोलन की तरह पूरे बिहार में चक्का जाम आंदोलन करेंगे| इस प्रेस वार्ता में मुफ्ती मोहम्मद हसनैन कासमी, मौलाना खालिद सैफुल्लाह कासमी, कारी मोहम्मद अब्बास कासमी, कारी मोहम्मद अब्दुल्लाह, रियाज अहमद कुरैशी, रसूल अख्तर साकी, अधिवक्ता सफ़ीउर रहमान राईन , रेजाउल्ला अंसारी, अशरफ अहमद, ज़मीर खान, मोहम्मद जावेद, अखलाक खान आदि मौजूद थे |

 

 

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