अब इंटरमीडिएट (10+2) कक्षा में बायोलॉजी पढ़ने वाली लड़कियाँ भी बन सकेंगी इंजीनियर 

और लाखों कमाने का मिल सकेगा अवसर।

दरभंगा के डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम विमेंस इंस्टिच्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (WIT) में जैव सूचना विज्ञान(बायोइन्फॉर्मेटिक्स – Bioinformatics ) में नामांकन प्रारंभ है ।

पढ़ाई के तुरंत बाद हासिल होता हैं अच्‍छी जॉब

कौन ले सकता है नामांकन?

साइंस से बायोलॉजी लेकर 12वीं करने वाले छात्र छात्राएँ बायोइन्फॉर्मेटिक्स में बीटेक कर सकते हैं।

आगे इसमें पोस्ट ग्रेजुएशन (M Tech)

या बायोइन्फॉर्मेटिक्स में एडवांस्ड डिप्लोमा भी किया जा सकता है।

प्राइवेट कंपनी में नौकरी के अवसर के साथ ही इसमें पीएचडी कर प्रोफेसर एवं साइंटिस्ट भी बन सकते हैं।

 

सीट सीमित है ।नामांकन के इक्षुक छात्राएँ शीघ्र अपना नामांकन करा लें।

 

आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बच्चियाँ भी करा सकेंगी नामांकन।फीस की प्रतिपूर्ति बिहार सरकार की छात्र ऋण योजनाओं ( bihar credit card )द्वारा की जाएगी ।

सांख्यिकी और गणित की रिमेडियल कक्षाएं छात्रों को सशक्त बनाने के लिए आयोजित की जाएंगी।

 

क्या है बायोइनफ़ॉर्मेटिक्स?

बायोइन्फॉर्मेटिक्स कंप्यूटर टेक्नोलॉजी का एक खास एप्लीकेशन है।

इस कोर्स को इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी और मॉलिक्यूलर बायोलॉजी को मिलाकर बनाया गया है।

इसका इस्तेमाल खासतौर पर मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के क्षेत्र में होता है।

दरअसल, बायोइंफॉर्मेटिक्स एक इंटर-डिसिप्लिनरी फील्ड है जिसमें विशाल बायोलॉजिकल डाटा के एनालिसिस के लिए स्टेटिस्टिक्स, प्रोग्रामिंग और मैथमेटिकल मॉडलिंग के साथ एनालिटिकल विधियों का उपयोग किया जाता है।

बायोइंफॉर्मेटिक्स औषधि एवं चिकित्सा उद्योग (मेडिसन और हेल्थ केयर इंडस्ट्री )में असरदार प्रोडक्ट्स तैयार करने में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान देता है।

हम छात्राओं को क्या सिखाते हैं ?

 

इस संस्थान में बायोइंफॉर्मेटिक्स के क्षेत्र में अच्छे कैरियर के लिए जरुरी स्किल (Bioinformatics Skill)

मॉलिक्यूलर बायोलॉजी और जेनेटिक्स की अच्छी जानकारी के साथ सॉफ्टवेयर एंड प्रोग्रामिंग स्किल्स जैसे सी, सी++, मैटलैब, पर्ल बश, जावा, आर, पाइथन, गैलेक्सी का ज्ञान एवं प्रशिक्षण दिया जायेगा।

– सांख्यिकी (statistics)में आर के साथ अन्य बायो-स्टेटिस्टिकल सॉफ्टवेयर, डाटा माइनिंग और डाटा विजूअलाइजेशन स्किल्स भी सिखाया जाएगा।

– इस फील्‍ड के लिए निम्न लिखित टूल्स जरूरी ,- ब्लास्ट, अल्गोरिथ्म्स, बीलैट, बायोएडिट आदि का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

– ⁠इसके अलावा कम्युनिकेशन, टीम वर्क, पेशेंस और रिसर्च से संबद्ध स्किल्स भी सिखाया जाएगा।

 

** इस कोर्स के बाद क्या है रोज़गार के **अवसर* (कैरियर ऑप्‍शन )(Bioinformatics Career Option) क्या हैं?

बायोइन्फॉर्मेटिक्स का फील्‍ड मुख्य रूप से डेटाबेसों को नियोजित करने और वेब-आधारित कार्यक्रमों पर केंद्रित है।

कोर्स पूरा करने के बाद ये छात्राएँ रॉश, कैबेज, थर्मो फिशर साइंटिफिक, क्यूआईएजीईएन, जीवीके बायोसाइंसेज, डीआरएल जैसी कंपनियों में अच्‍छी नौकरी हासिल कर सकती हैं।

इस के अतिरिक्त फील्‍ड रिसर्च साइंटिस्ट, डेटा बेस प्रोग्रामर, साइंटिफिक क्यूरेटर, जीन एनालिस्ट, प्रोटीन एनालिस्ट, फेलोजेनिटिस्ट, बायोइनफॉरमैटिक्स सॉफ्टवेयर डेवलपर, कम्प्यूटेशनल ऐनालिस्ट, नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर, स्ट्रक्चरल एनालिस्ट, मॉलिकुलर मॉडलर, जैव-सांख्यिकीविद, जैव-यांत्रिकी, फार्माकोजेनेटिशियन, फार्माकोजेनोमिक्स आदि जॉब प्रोफाइल का कार्य मिल सकता है।

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